भागलपुर: पुलवामा में हुए आतंकी हमले में भागलपुर के रतन कुमार ठाकुर और बेगूसराय के पिंटू कुमार सिंह शहीद हो गए थे. बिहार सरकार अब उनके आश्रितों को सरकारी नौकरी देने जा रही है.
बिहार सरकार के इस फैसले का शहीद रतन ठाकुर की पत्नी राज नंदनी कुमारी ने स्वागत किया है. ईटीवी भारत से बातचीत में उन्होंने कहा कि सरकार का यह फैसला स्वागत योग्य है. इस दौरान बातचीत में उन्होंने कहा कि सरकार ने नौकरी देने की पहल कर हम लोगों का सम्मान किया है. मुख्यमंत्री का धन्यवाद करते हुए कहा कि उन्होंने जो वादा किया था वो पूरा किया.
शिक्षा विभाग या बैंक में नौकरी चाहती हैं शहीद की पत्नी
शहीद की पत्नी राजनंदनी देवी को सूबे की नीतीश सरकार से काफी उम्मीद थी. उनकी उम्मीदों को सरकार ने पूरा किया है. सरकार द्वारा लिए गए फैसले पर परिवार वालों ने भी खुशी जाहिर की है. शहीद की पत्नी चाहती हैं कि उन्हें बिहार सरकार के शिक्षा विभाग में शिक्षीका या फिर बैंक में कोई सम्मान वाला पद मिले. गौरतलब हो कि मंगलवार को पटना में कैबिनेट की बैठक हुई. जिसमें जम्मू कश्मीर के पुलवामा और कुपवाड़ा आतंकी हमले में शहीद हुए बिहार के जवानों के आश्रितों को सरकारी नौकरी देने का फैसला लिया गया. नीतीश कैबिनेट की बैठक में इस फैसले पर मुहर भी लग गई.
कैबिनट से हुआ है पारित
आपको बता दें कि 14 फरवरी को पुलवामा आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 42 जवान शहीद हो गए थे. इस हमले में जिसमें बिहार के भी दो जवान शहीद हुए थे. भागलपुर के रतन ठाकुर और बेगूसराय के पिंटू कुमार सिंह शहीद हो गए थे. दोनों के आश्रितों को राज्य सरकार ने नौकरी देने का फैसला कैबिनेट से पारित किया है.
परिवार का सरकार ने किया सम्मान
शहीद रतन ठाकुर के भाई मिलन ठाकुर ने बातचीत में कहा कि मुख्यमंत्री का फैसला स्वागत योग्य है. यह काफी अच्छा फैसला लिया गया है. फैसला लेने में थोड़ा लेट हुआ है लेकिन उन्हें पूरी उम्मीद थी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को और भी बहुत सारे काम होते हैं. जिस वजह से शायद थोड़ा लेट हुआ. मुख्यमंत्री के ऐलान के बाद खुशी महसूस कर रहे हैं. शहीद के परिवार को नौकरी देने के फैसले के लिए मुख्यमंत्री का सदा आभारी रहूंगा. सरकार ने यह फैसला लेकर शहीद परिवार का सम्मान किया है.