भागलपुर: नगर में प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में बच्चों को बेहतर पोषण और स्वास्थ्य स्तर को सुधारने को लेकर नए सिरे से काम शुरू हो गया है. भागलपुर जिले में 411 स्कूलों में संचालित मध्याह्न भोजन की रसोईया अब किचन वाटिका होगी. किचन वाटिका में जैविक तरीके से हरी सब्जियां मध्याह्न भोजन में उपयोग में लाया जाएगा.
वहीं, शिक्षा विभाग का कहना है कि किचन वाटिका आने से बच्चों को बेहतर पोषण और अच्छा स्वास्थ्य मिलेगा. इसके लिए शिक्षा विभाग खर्च करेगी.
स्कूली बच्चों को मिलेगी बेहतर किचन वाटिका
बता दें कि मध्याह्न भोजन में बच्चों को बाजार से खरीद कर लाई गई सब्जी दी जाती है. जिसकी गुणवत्ता सही नहीं रहने की शिकायत स्कूलों को सुननी पड़ती है. इसका असर बच्चों के पोषण और स्वास्थ्य पर पड़ता है. अब किचन वाटिका से इन्हीं बच्चों के भोजन में हरी और ताजी सब्जी मिलेगी.
जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने किचन वाटिका के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना काल के बाद जिले के 411 प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में जहां मध्याह्न भोजन संचालित किया जा रहा है. वहां बच्चों को हरी ताजी सब्जी मिले. इसको लेकर किचन वाटिका विकसित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इसके लिए सभी स्कूलों के रसोइए को लगाया जाएगा.
कोरोना काल में रसोईया अभी काम नहीं कर रही है. अब उन्हें किचन वाटिका विकास करने में लगाया जाएगा और उसी वाटिका की सब्जी को बच्चों को मध्याह्न भोजन में दिया जाएगा, जिससे कि बच्चों को अच्छा पोषण और बेहतर स्वास्थ्य भी मिले.