भागलपुर: बीते दिनों जिले में एक नाबालिक को तेजाब से नहलाने के मामले में एक सामाजिक संगठन मदद के लिए आगे आ रही है. इसी क्रम में आज जस्टिस फॉर विक्टिम फ्रंट द्वारा भागलपुर के घंटाघर चौक स्थित एक निजी शिक्षण संस्थान में प्रेस वार्ता की गई.
जस्टिस फॉर विक्टिम फ्रंट के संयोजक डॉ अजय कुमार ने कहा कि जब कोई घटना घटती है तब शहरवासी कुछ दिनों तक उसको लेकर रोना रोते हैं. फिर सभी बेखबर होकर बैठ जाते हैं.
'हम तभी तक चर्चा करते हैं जब चक मीडिया में खबर रहती है'
संयोजन डॉ कुमार ने बताया कि ऐसे मामलों के बाबत पुनः हम तब जगते हैं जब फिर से कोई घटना घटती है. उन्होंने कहा कि हमलोग तब तक ही किसी घटना के लिए प्रतिकार करते हैं जब तक मीडिया में खबरें बनी रहती है. ज्यों ही मीडिया उस खबर पर से ध्यान हटाती है, जनता भी साथ-साथ उस घटना को भूलने लगती है. इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए शहर के कुछ जुझारू एवं सामाजिक कार्य में आगे रहने वाले समाजसेवियों को साथ मिलकर आज जस्टिस फॉर विक्टिम फ्रंट संस्थान की नींव रखी है.
क्या है जस्टिस फॉर विक्टिम फ्रंट का मकसद?
यह संस्था तत्काल में भागलपुर की पीड़िता को मदद दिलाने के लिए काम करेगी. संस्थान संयोजक ने कहा कि पीड़िता का इलाज करवाना, उसे मुआवजा दिलाना, न्याय दिलाना, सरकारी मदद दिलाने के लिए संस्था काम करेगी. इसके अलावा संस्था प्रयास करेगी कि शहर के गली-मोहल्ले की हर किशोरी को भयमुक्त वातावरण मिले. इसके लिए जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे. लड़कियों का सिखाया जाएगा कि उन्हें अगर मनचले छेड़ते हैं तो वह उसका डटकर मुकाबला करें, इसमें संस्था उसकी हर संभव मदद करेगी. उन्होंने यह भी बताया कि किसी भी घटना में पीड़ित को संस्था पुलिसिया मदद सहित कोर्ट की मदद भी दिलवाएगी. प्रेस वार्ता के दौरान संस्था के सदस्य गौतम कुमार सुमन, पिंकू कुमार,नीतू सिंह, उषा सिन्हा, बाल कृष्ण गोयल उपस्थित रहे.