भागलपुर: जैसे-जैसे मौसम का पारा ऊपर चढ़ रहा है. तीखी धूप से लोग परेशान हो रहे हैं. लोग इस चिलचिलाती और उमस भरी गर्मी से राहत पाने को लेकर हर संभव प्रयास कर रहे हैं. साथ ही गर्मी से बचने का उपाय भी ढूंढ रहे हैं. एक तरफ जहां आधुनिक भारत में बेहतरीन क्वालिटी से लैस कूलर और एसी की बिक्री जोरों पर है. वहीं दूसरी तरफ सुराही मटका और हाथ पंखा को भी लोग खूब खरीद रहे हैं.
लोगों ने सुराही और मटके को बताया भरोसेमंद उपाय
एक छोटे दुकान में सुराही बेच रहे शंभू पंडित कहते हैं कि पिछले साल की तुलना में इस बार की बिक्री काफी बेहतर है. लोग गर्मी से सुकून के लिए सुराही और मटका खरीद रहे हैं. साथ ही साथ शंभू पंडित हाथ पंखा भी बेच रहे हैं. आधुनिक भारत , डिजिटल इंडिया के चीजों के अलावा भी लोग पारंपरिक चीजों को लाइफ लाइन के तौर पर रखना चाहते है. इसलिए शायद फिर से पारंपरिक जीवन शैली के साथ जीने के लिए सुराही और पंखा की खरीदारी कर रहे है.
वहीं, एक ग्राहक ने बताया कि सुराही का पानी पीने से गर्मी में काफी राहत मिलती है. फ्रिज का पानी मुझे पसंद नहीं है. बिजली की भी बहुत ज्यादा स्थिति खराब होने की वजह से भी लोगों ने सुराही और मटके को अपना एक भरोसेमंद उपाय के तौर पर देखते हैं. इसलिए गर्मी में लोग सुराही और मटका खरीद कर गर्मी से राहत का उपाय कर लेते हैं.
अच्छी खासी मटके के बिक्री से रोजी रोटी चल रही है- दुकानदार
भागलपुर के घंटाघर के पास सुराही और मटका बेच रहे श्रवण कुमार ने कहा कि इन दिनों जार वाले पानी की वजह से सुराही की बिक्री पर असर पड़ा है. लेकिन लोग अभी भी साल में हर रोज लगभग 35 से 50 के आसपास सुराही और मटका की खरीददारी कर रहे हैं. जिस कारण से इस भीषण गर्मी में रोजी रोटी ठीक से चल रही है.कुम्हार के द्वारा निर्मित सुराही मटका एवं अन्य सामान की खरीददारी को बढ़ावा देने के लिए कई संस्थाएं और कई लोग कार्य कर रहे हैं. ताकि ऐसे सामानों को तैयार करने वाले कुम्हार आत्मसम्मान के साथ अपनी जिंदगी अपने परिवार के साथ जी सके.