भागलपुरः बिहार के भागलपुर जिले का प्राथमिक विद्यालय चांय टोला खैरपुर कदवा (Primary School Chayan Tola Khairpur Kadwa) के प्रिंसिपल पवन कुमार के अधकचरा अंग्रेजी और गणित ज्ञान के कारण इन दिनों नेशनल मीडिया में चर्चा में है. शनिवार को ईटीवी की टीम स्कूल की जमीनी हकीकत जाने के लिए स्कूल कैंपस पहुंची तो विद्यालय में पढ़ाई ही नहीं कई कुव्यवस्था नजर आई. बता दें कि 16 नवंबर को बीडीओ के निरीक्षण के दौरान सामान्य गणित का सवाल हल नहीं करने पर वीडियो वायरल (Viral Video of Bhagalpur Teacher) हुआ है.
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सुबह साढ़े 10 बजे कार्यालय में लटका था तालाः सुबह 10:30 बज रहे हैं. ईटीव की टीम प्राथमिक विद्यालय चांय टोला खैरपुर कदवा में पहुंचती है. विद्यालय के कार्यालय में ताला लटका हुआ है. विद्यालय के पहले तल्ले पर पहुंचने पर 2 कमरा है. कमरे के बाहर वहां मौजूद शिक्षिका ने बताया कि 2 कमरे में ही एक से पांच तक की पढ़ाई होती है. पहले कमरे में शिक्षक नहीं हैं. कमरे में 2 बच्चे अपनी-अपनी किताबों को फर्श पर रखकर वहीं खेल रहे हैं.
शिक्षिका के फोन करने पर स्कूल पहुंचे प्रिंसिपलः वहीं दूसरे कमरे में महज 10 विद्यार्थी बैठे हुए थे. जब शिक्षिका से अटेंडेंस के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि अभी नहीं बना है. इतना सुनते ही दूसरे कमरे की शिक्षिका चुपके से अटेंडेंस रजिस्टर पर छात्र उपस्थिति करने लगीं. इस दौरान वहां मौजूद एक शिक्षिका ने प्रिंसिपल पवन कुमार को फोन कर ईटीवी के टीम के आने की जानकारी दी. इसी बीच धीर से प्रिंसिपल ने कार्यालय का ताला खोला. प्रिंसिपल पवन कुमार मौके पर पहुंचते हैं. ईटीवी की टीम को देखते ही प्रिंसिपल ने कहा कि आप लोग किस चैनल से आये हैं, लिखिति में दीजिए. थोड़ी ही देर वे नरम हुए और सामान्य बातचीत करने लगे.
प्रिंसिपल बोले एमडीएम का आलू लाने थे, इसलिए कार्यालय बंद थाः इसके बाद जब प्रिंसिपल से पूछा गया कि कार्यालय क्यों बंद है? इस पर प्रिंसिपल पवन कुमार ने कहा कि एमडीएम का आलू लाने गए थे. इसी बीच वहां पर खाना बनाने के लिए बैठी रसोईया ने वहां मौजूद कुछ छात्र और एक युवक से पूछताछ में क्या बताया कि शुक्रवार को एमडीएम (मध्यान भोजन) का खाना नहीं बना है. इसी बीच जब रसोईया से पूछा गया कि खाना क्यों नहीं बना है, इस पर रसोईया ने बताया कि एमडीएम का सामान हेडमास्टर मंगाते हैं, वे सामान देते हैं तो खाना बनता है. नहीं तो नहीं. इसमें हम क्या करें बच्चे को कैसे खिलाएं.
हमारे स्कूल नहीं, पंचायत के सभी स्कूलों की जांच करेंः प्रिंसिपल पवन कुमार ने कुछ लोग हमारे स्कूल पर लगे हैं. कौन-कौन लगे हैं. इस सवाल के जवाब में प्रिंसिपल ने कहा कि खैरपुर कदवा पंचायत के मुखिया पंकज कुमार जयसवाल और कुछ ग्रामीण शामिल हैं. ये लोग हमें फंसाना चाहते हैं. इसके बाद प्रिंसिपल ने ईटीवी की टीम से कहा कि आप लोग सिर्फ हमारे स्कूल पर लगे हैं. आप लोगों को पंचायत के सभी स्कूलों में जाइय. हम भी आपके के साथ जायेंगे. इस पर जब प्रिंसिपल से पूछा गया कि कौन-कौन स्कूल आप साथ जायेंगे, तो उन्होंने हंसकर जवाब दिया कि हम कहां जायेंगे.
शराब पीकर ग्रामीण करते हैं स्कूल में करते हैं उलटीः बातचीत के दौरान प्रिंसिपल से स्कूल के बाथरूम को खुलवाया गया तो बाथरूम में सिर्फ कचरा भरा था. जब पूछा गया कि छात्र-छात्राएं शौचालय/बाथरूम कहां जाती हैं, प्रिंसिपल ने बताया कि खुले मैदान में जाते हैं. स्कूल कैंपस में साफ-सफाई पर जब पूछा गया कि विद्यालय के प्रथम तल के बरामदे पर कई जगह काफी मात्रा में बालू पड़ा हुआ है. उस पर उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि यहां शाम ढलते ही लोग शराब पीते और नशा कर गंदगी फैला देते हैं. जहग-जगह उटली कर देते हैं. इसे ढकने के लिए बालू का उपयोग करते हैं.
शराब पीने से रोकेंगे तो गोली मारेगा तो हमको कौन बचायेगाः इस दौरान जब पूछा गया कि शराब और नशा के बारे में आपने अधिकारियों को बताया तो उनका जवाब आया कि नहीं मौखिक बता चुके हैं. अधिकारी जानते हैं. इसके बाद उन्होंने ने बताया कि शराब पीने से मुझे रोकने के लिए कहा जाता है. बताइए स्कूल के बाद हम कैसे आयें और उन लोगों से कहेंगे तो वे लोग हमें ही नुकसान पहुंचायेंगे. गोली मारेगा तो मुझे कौन बचायेगा.
प्रिंसिपल और ग्रामीण आपस में भिड़ेः स्कूल में पत्रकारों की सूचना मिलते ही कुछ अभिभावक वहां पर पहुंच गये. उन लोगों को देखते ही प्रिंसिपल बौखला गए. इस दौरान अभिभावक और ग्रामीणों से झड़प होने लगा. प्रिंसिपल ने कहा कि विद्यालय में चहारदीवारी नहीं है. ग्रामीण इस पर राजनीति करते हैं.
क्यों चर्चा में हैं भागलपुर का यह विद्यालयः भागलपुर जिले का प्राथमिक विद्यालय चांय टोला खैरपुर कदवा में 16 नवंबप को प्रखंड विकास पदाधिकारी गोपाल कृष्णन निरीक्षण करने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने स्कूल की दीवार पर 'कार्यालय' लिखा हुआ गलत पाया. यह देखते ही बीडीओ वहां रुक गए और उन्होंने प्रिंसिपल से इस बात को लेकर पूछताछ शुरू की और प्रिंसिपल से कुछ साधारण से सवाल पूछना शुरू किया. फिर क्या था, प्रिंसिपल के ज्ञान की पोल खुल गई.
BDO के निरीक्षण में खुली प्रिंसिपल की पोल: निरीक्षण के दौरान बीडीओ ने जब प्रिंसिपल से पूछा कि 50 भाग 2 क्या होगा हेडमास्टर नहीं जवाब नहीं दे पाये. फिर 100 में चार से भाग देने के लिए कहा. इतने आसान सवाल के जवाब में भी हेडमास्टर साहब कॉपी कलम निकालकर हिसाब बनाने लगे. इसके बावजूद भी वह इसका सही जवाब नहीं दे पाए.
'ऑरेंज' की स्पेलिंग पूछी तो ORIG बताया : इसके बाद बीडीओ ने प्रिंसिपल से ऑरेंज की स्पेलिंग पूछी. इस पर गुरुजी ने ORIG जवाब दिया. बीडीओ की हैरानी तब ज्यादा बढ़ी जब उन्होंने गुरुजी को अपने नाम यानी पवन की अंग्रेजी में स्पेलिंग बताने को कहा. उन्होंने अपना नाम की स्पेलिंग PON बताया, जिसके बाद बीडीओ का माथा घूम गया. इसी दौरान किसी ने पूरे घटनाक्रम का वीडियो बना लिया और उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया. अब ये वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है.
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