भागलपुर: बिहार के भागलपुर में सात माह की बच्ची की एक निजी क्लीनिक में सूई लगाने के बाद मौत (girl died after giving injection in private clinic ) का मामाल सामने आया है. यह घटना भगलपुर से सटे नवगछिया की बताई जा रही है. इलाज कराने आई 7 माह बच्ची की अस्पताल में ही मौत हो गई. निजी क्लीनिक में सूई देने के बाद बच्ची की तबीयत बिगड़ी थी. बच्ची की मौत के बाद परिजनों ने जमकर बवाल काटा. बताया जा रहा है कि जगतपुर के रहने वाले मनीष कुमार अपने बेटी को दिखाने नवगछिया के एक निजी क्लिनिक पहुंचे थे. वहीं यह घटना हुई.
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गिल्टी का इलाज कराने आए थे परिजनः मनीष कुमार की बेटी अंशु कुमारी को गिल्टी था. उसे दिखाने के लिए वह निजी क्लिनिक आए हुए थे. यहां उपचार के लिए तीन सूई व एक बोतल दवाई पिलाई गई. इसके बाद बच्ची की तबीयत बिगड़ने लगी और उसकी मौत हो गई. इसके बाद परिजनों ने अस्पताल के डॉक्टर संपत राय पर लापरवाही का आरोप लगा जमकर हंगामा किया. परिजनों ने बताया कि जब बच्ची को लाए थे तो वो ठीक थी. लेकिन सूई व दवाई देने के कुछ देर बाद मुंह से फेन निकलने लगा. इसके बाद डॉक्टर से पूछने पर कहा कि एक घण्टे बाद ठीक हो जाएगी.
डाॅक्टर ने आरोप को बताया बेबुनियादः जब तबीयत अधिक बिगड़ने लगी तो बुखार बता दूसरे डॉक्टर के पास ले जाने की बात कही गई. जब सरकारी अस्पताल बच्ची को लाए तो डॉक्टर ने बताया कि इसका मौत हो चुकी है. जब डॉक्टर संपत से पूछे तो वो कुछ भी नहीं बता रहा है. वहीं डॉक्टर संपत ने आरोप को बेबुनियाद बताया. डॉक्टर संपत ने कहा कि गिल्टी का इलाज कराने आए थे, जो दवाई सूई उसका होता है वही दिये. बच्ची को बुखार आ गया, जिसके बाद उसे पट्टी दिया गया. लेकिन उसे ऑक्सीजन की जरूरत थी. उसे रेफर कर दिया गया. डॉक्टर ने बताया कि बुखार सिर पर चढ़ गया होगा. जिससे मौत हो गई. हमने तो सही इलाज किया है.
"गिल्टी का इलाज कराने आए थे, जो दवाई सूई उसका होता है वही दिये. मैंने सही दवा और सूई दी थी. उसे ऑक्सीजन की जरूरत थी. उसे रेफर कर दिया गया. बुखार सिर पर चढ़ जाने के कारण बच्ची की मौत हुई" - डाॅ. संपत