भगलपुर: भागलपुर (Bhagalpur) में गंगा (Ganga) सहित कई नदियां इन दिनों उफान पर है. चंपा नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी होने के कारण नाथनगर प्रखंड (Nathnagar Block) क्षेत्र के भुवालपुर पंचायत (Bhuwalpur Panchayat) में बाढ़ (Flood) ने भयावह रूप ले लिया है. बाढ़ के पानी के दबाव के बीच बांध पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है. इस बीच, भागलपुर से एक तस्वीर सामने आयी है, जिसमें छाती तक पानी में घुसकर शवयात्रा निकाली गयी है.
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गांवों में बाढ़ का पानी घुस जाने से वहां की स्थिति विकराल हो गई है. जिले के नाथनगर के भुवालपुर पंचायत से एक तस्वीर सामने आयी है, जिसमें गांव के एक बुजुर्ग का निधन हुआ तो छाती भर पानी में घुसकर उनकी शवयात्रा निकालनी पड़ी. दरअसल, यह पुल 40 साल पुराना है, जो अब टूट गया. ऐसे में फतेहपुर रेलवे अंडरपास में छाती भर पानी भर गया. इसी रास्ते बुजुर्ग की शवयात्रा निकली. लोग छाती भर पानी पार कर शव को श्मशान लेकर गए.
फतेहपुर निवासी संदीप मंडल ने बताया कि बांध टूटने से पूरे गांव में छाती से ऊपर तक पानी हो गया है और आज गांव के ही गोरेलाल मंडल की मृत्यु हो गई. जिसके बाद परिजन शव को अंतिम संस्कार के लिए छाती भर पानी पार कर श्मशान घाट ले गए.
बता दें कि बाढ़ का पानी आ जाने से भुवालपुर, फतेहपुर और फुरानीसराय गांव पूरी तरह जलमग्न हो गया है. तीनों गांव के लगभग 15 हजार की आबादी बाढ़ से प्रभावित है. अब तक प्रशासन की ओर से कोई ध्यान नहीं दिया गया है. लोग अपना घर-बार छोड़कर सुरारपुर रेलवे स्टेशन पर शरण लेने को मजबूर हैं.
ग्रामीण ने बताया कि तीनों गांव के लोगों का आने-जाने का एक मात्र साधन मुरारपुर का रेलवे ट्रैक है. लोग अपनी जान जोखिम में डालकर अपने मवेशी और बच्चों को लेकर धीरे-धीरे ऊंचे स्थान पर शरण ले रहे हैं.
भुवालपुर पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि परमानंद मंडल ने बताया कि भुवालपुर स्थित बांध टूट जाने से यहां की स्थिति काफी दयनीय हो गई है. गांव में पानी घुस गया है. लोगों की परेशानी बढ़ गई है. करीब 200 एकड़ में लगे धान का फसल नष्ट हो गया है. पंचायत के तीनों गांव जलमग्न हो गए हैं. लोग स्टेशन पर रहने को मजबूर हैं.
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