भागलपुर: शहर के निजी अस्पताल में कोरोना संक्रमित पति और मां की देखरेख कर रही महिला के साथ छेड़खानी का मामला सामने आया है. भागलपुर की महिला ने अस्पताल के कंपाउंडर पर बदसलूकी का आरोप लगाया. जब महिला ने इसकी शिकायत स्थानीय थाना में शिकायत की तो संक्रमित पति को जेएलएनएमसीएच रेफर कर दिया गया. वहीं, पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है.
जानकारी के मुताबिक, दो दिनों तक महिला मेडिकल अस्पताल में पति को लेकर रही, लेकिन किसी ने सुध नहीं ली. हालत गंभीर देख महिला अपने पति को एंबुलेंस से लेकर पटना के एक निजी अस्पताल पहुंची जहां पति ने दम तोड़ दिया.
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पत्नी ने अस्पताल पर लगाया आरोप
पत्नी ने बताया कि पति के बेड के बगल में ही उनकी मां भी भर्ती थी. अस्पताल की ओर से मनमानी फीस भी ली जा रही थी. इसके बाद भी पति की देखरेख सही तरीके से नहीं हो रही थी. आइसीयू में पति को पानी देने वाला भी कोई नहीं था. तबीयत खराब हो जाने के कारण पति बोल नहीं पा रहे थे. कुछ जरूरत होती थी तो मोबाइल पर मिस कॉल मारते थे. मिस कॉल पर आइसीयू जाकर पति को पानी पिलाती थी.
अस्पताल से डिस्चार्ज होने के पहले जब वो आईसीयू में पति के पास बैठी हुई थी, तो कंपाउंडर ने उनके साथ बदसलूकी की. कोरोना काल में रेमडीसिविर के इंजेक्शन को लेकर देश में मारामारी चल रही है. महिला के पति को भी रेमडीसिविर इंजेक्शन लगना था, महिला ने किसी तरह इंजेक्शन का एक वाइल उपलब्ध कराया. कंपाउंडर ने इंजेक्शन का आधा वाइल जमीन पर गिरा दिया. इस पर जब महिला ने पूछा तो अस्पताल कर्मियों ने डांट फटकार लगा दी.
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पुलिस कर रही है जांच
भागलपुर के एएसपी पूरण कुमार झा ने कहा कि मामला सोशल मिडिया के माध्यम से संज्ञान में आया है. जिसे प्राइमरी जांच की जा रही है.
सिटी स्कैन में निकला फेफड़ा में संक्रमण
दरअसल, महिला के पति नोएडा में सॉफ्टवेयर इंजीनियर थे. महिला का मायका भागलपुर में ही है. होली में सभी लोग भागलपुर आए थे. 9 अप्रैल को पति रोशन की तबीयत खराब हो गई थी, तब महिला ने पति की कोरोना जांच कराई. कोरोना की सभी जांच रिपोर्ट निगेटिव आई थी. इसके बाद सिटी स्कैन में फेफड़ों में संक्रमण निकला. इसके बाद महिला ने पति को निजी अस्पताल में भर्ती कराया था.