भागलपुर: प्रदेश महिला कांग्रेस कमेटी की प्रदेश महासचिव अनामिका शर्मा ने नमामि गंगे प्रोजेक्ट में जिला प्रशासन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि नमामि गंगे प्रोजेक्ट और गंगा अभियंत्रण अभियान के पैसों का जिले के अधिकारी बंदरबांट कर रहे हैं . साथ ही भारत सरकार के इस प्रोजेक्ट का काम सिर्फ कागजों पर ही हो रहा है, धरातल पर जनता के बीच कुछ भी नहीं किया जा रहा है.
'टीम को करना चाहिए शहर भ्रमण'
गंगा को साफ और अविरल बनाने को लेकर लगातार कार्य किया जा रहा है. इसी क्रम में लोगों के बीच जन जागरण करने के लिए केंद्रीय टीम ने जिले का निरीक्षण किया. वहीं, जागरुकता को लेकर केंद्रीय टीम की ओर से रैली आयोजित की गई. इस रैली को कांग्रेस कमेटी की प्रदेश महिला महासचिव अनामिका शर्मा ने महज खानापूर्ति करार दिया. रैली पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि केंद्रीय टीम को शहर का भ्रमण करना चाहिए था और लोगों से जनसंपर्क कर गंगा को साफ-सफाई रखने के लिए जागरूक करना चाहिए था, जो नहीं किया गया.
'फंड का हो रहा है दुरुपयोग'
कांग्रेस कमेटी के प्रदेश महासचिव ने कहा कि 45 सदस्यीय टीम में जल शक्ति मंत्रालय के मंत्री की पुत्री सुहासिनी शेखावत हिस्सा ले रही थी, फिर भी उस रैली में लोगों की भीड़ जमा नहीं हो सकी, ये घोर अनियमितता है और सरकार के फंड का दुरुपयोग हो रहा है.
गंगा आरती का आयोजन
कांग्रेस नेता ने कहा कि नगर निगम के बड़े अधिकारी द्वारा गंगा आरती का आयोजन किया गया. जिसमें जिलाधिकारी से लेकर नगर निगम के तमाम बड़े अधिकारियों ने भाग लिया. जनता जानना चाहती है कि क्या ये कार्यक्रम नगर निगम द्वारा करवाया गया था, इस कार्यक्रम में नगर निगम का क्या रोल है. वहीं, उनका कहना है कि इस कार्यक्रम में नगर आयुक्त भी शामिल थे, लेकिन जनता को संबोधित नहीं किया, तो फिर सवाल ये उठता है कि जनता को आप जागरूक कैसे कर रहे हैं.