भागलपुर: जिले में विधानसभा क्षेत्र में 3 नवंबर को मतदान होना है. जिसको लेकर नामांकन की प्रक्रिया चल रही है. एक बार फिर से महागठबंधन ने कांग्रेस को भागलपुर सीट दिया है. जहां पुन: कांग्रेस ने अपने वर्तमान विधायक अजीत शर्मा पर भरोसा जताया है और उन्हें पार्टी ने प्रत्याशी बनाया है. ऐसे में सिंबल लेकर लौटे विधायक अजीत शर्मा का उनके आवास पर नगर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जोरदार तरीके से स्वागत किया.
'भाजपा के पास नहीं है कोई मुद्दा'
गौरतलब है कि दूसरे चरण के लिए नामांकन की अंतिम तारीख 16 अक्टूबर है. अजीत शर्मा आज नामांकन दाखिल करेंगे. कांग्रेस प्रत्याशी सह विधायक अजीत शर्मा ने कहा कि पार्टी ने इसलिए मेरे ऊपर भरोसा किया हैं, क्योंकि जनता ने मेरे ऊपर भरोसा किया. राज्य में भागलपुर महत्वपूर्ण सीट है. वहीं उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के पास कोई मुद्दा नहीं है.
‘भोलानाथ पुल चुनावी मुद्दा'
अजीत शर्मा ने कहा कि हमने अपने विधायक की कार्यकाल में बहुत सारे काम किए हैं. सिवाय भोलानाथ पुल को छोड़कर. उन्होंने कहा कि भोलानाथ पुल का टेंडर भी फाइनल हो चुका है, अंतिम स्टेज में उसे रोका गया है , वह भी सत्ताधारी पार्टी के इशारे पर जान-बूझकर रोका गया है. यह भी यदि बन जाता तो विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं होता.
दो तिहाई बहुमत से जीतने का दावा
विधायक अजीत शर्मा ने कहा कि इस बार दो तिहाई बहुमत से महागठबंधन की सरकार राज्य में बनेगी. जिसमें कांग्रेस की अहम भूमिका रहेगी. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में नीतीश के जो काम रहे हैं, उससे जनता में नाराजगी है.
'मंत्री पद मिलने पर करुंगा काम'
वहीं उन्होंने कहा कि यदि महागठबंधन की सरकार बनती है और मुझे कोई मंत्री पद दिया जाता है, तो मैं जिम्मेदारी पूर्वक उसे निर्वहन करुंगा. मैं पहले भी विधायक रहते हुए ना किसी से कोई कमिशन लिया है और ना ही कोई गलत काम किया है. इसलिए यदि पार्टी आलाकमान कोई जिम्मेदारी देती है तो उसे मैं आदर पूर्वक सम्मान के साथ निभाऊंगा.