भागलपुर: कृषि कानूनों के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा के चक्का जाम को कांग्रेस सपोर्ट कर रही है. कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने बिहार वासियों से कहा है कि लोग दोपहर के 1:00 बजे से 3:00 बजे तक लोग बिना आवश्यक काम और इमरजेंसी के घर से न निकलें. लोगों से अपील है कि वह किसान आंदोलन को समर्थन दें. नरेंद्र मोदी हिटलर शाही कर रहे हैं. उनकी हिटलर शाही का जवाब देने के लिए किसानों द्वारा चक्का जाम किया जा रहा है. वहीं उन्होंने बताया कि इस दौरान इमरजेंसी सेवा और बिहार में परीक्षार्थियों को नहीं रोका जाएगा.
कांग्रेस नेता अजीत शर्मा ने कहा कि 1980 के दौरान 1 किलो गेहूं की कीमत में 1 लीटर डीजल मिलता था. लेकिन आज 6 किलो गेहूं में 1 लीटर डीजल मिल रहा है. कांग्रेस की सरकार जब केंद्र में थी, उस समय अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमत अधिक थी. आज जब केंद्र में एनडीए की सरकार है इस समय अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमत कम है. उसके बावजूद डीजल और पेट्रोल महंगे किए गए हैं. किसान अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं. फिर भी केंद्र की सरकार कॉरपोरेट घरानों को लाभ पहुंचाने के लिए 3 नए कृषि कानून लायी है. जब तक कानून वापस नहीं लिया जाएगा तब तक आंदोलन जारी रहेगा. कांग्रेस पार्टी किसान के साथ हमेशा खड़ी थी और आगे भी खड़ी रहेगी.
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इमरजेंसी और आवश्यक सेवाओं को नहीं रोका जाएगा
कांग्रेस विधायक दल के नेता ने कहा कि चक्का जाम को लेकर किसान संगठनों द्वारा दिशा-निर्देश भी जारी किया गया है. देश भर में राष्ट्रीय और राजकीय राजमार्ग को दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक जाम किया जाएगा. लेकिन इस दौरान इमरजेंसी और आवश्यक सेवाओं जैसे एंबुलेंस स्कूल बस आदि को नहीं रोका जाएगा. चक्का जाम पूरी तरह से शांतिपूर्ण और अहिंसक रहेगा. प्रदर्शनकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे इस कार्यक्रम के दौरान किसी भी अधिकारी, कर्मचारी या आम नागरिक के साथ किसी भी तरह के टकराव में शामिल ना हो. दोपहर 3 बजकर 1 मिनट तक चक्का जाम में शामिल गाड़ियों के हार्न को बजाकर किसानों के सम्मान और एकता का संकेत देते हुए चक्का जाम कार्यक्रम संपन्न होगा.