नवगछियाः बिहार का पौराणिक इतिहास गौरवशाली रहा है. और लगातार मिल रहे पुरावशेष इसके गवाह भी बन रहे हैं. इसी कड़ी में नवगछिया के बिहपुर के जयरामपुर गुवारीडीह बहियार में कोसी नदी में मिले चंपा सभ्यता के पुरावशेष मिले हैं. इन पुरावशेषों का अवलोकन करने स्वयं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अधिकारियों के साथ पहुंचे. खुदाई कर पौराणिक सभ्यता और संस्कृति के उद्भेदन की आवश्यकता जतायी.
कोसी नदी में हुए कटाव में मिले अवशेष
नवगछिया के बिहपुर का कोसी कछार आज चहलकदमियों से भरा था. हो भी क्यों न. सूबे के मुखिया नीतीश कुमार जो पहुंचे थे. दरअसल कोसी नदी के कटाव के कारण गुआरीडीह गांव में बड़ी संख्या में पुरावशेष मिले है. जिसे देखने मुख्यमंत्री के साथ मंत्री विजय कुमार चौधरी और पुरातत्व विभाग और प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे थे. मुख्यमंत्री करीबन दो घंटे तक गुआरीडीह गांव में रहे.
पुरावशेष को नजदीक से देखा
मुख्यमंत्री ने स्थलीय जांच के साथ पुरावशेषों को नजदीक से देखा. सीएम ने इलाके को ऐतिहासिक जगह करार दिया. विशेषज्ञों की ओर से अवलोकन करने की बात करते हुए सबसे पहले कोसी नदी की धारा को डायवर्ट करने की बात कही. मुख्यमंत्री ने ढाई हजार साल पुराना जगह बताते हुए पौराणिक जगह करार दिया. खुदाई कर अध्ययन किये जाने की बात कही. उन्होंने इस इलाके को ऐतिहासिक जगह के रूप में विकसित करने की बात कही.
सुरक्षित करना जरूरी
सीएम ने इलाके को सुरक्षित करने की बात कही. बांका के साथ बिहपुर और शाहकुंड में मिले पुरावशेषों की बात करते हुए उन्होंने पुराने विकसित सभ्यता और संस्कृति का उदाहरण दिया. उन्होंने कहा, भागलपुर का इलाका अंग की धरती के रूप में जाना जाता है. दानवीर कर्ण की यह भूमि धार्मिक और आध्यात्मिक के साथ ऐतिहासिक पौराणिक महत्व का है. ऐसे में विक्रमशिला भग्नावशेष के बाद लगातार मिल रहे पुरावशेषों को लेकर खुदाई और अवलोकन से निसंदेह इलाका राष्ट्रीय क्षितीज पर पहचान बनाएगा.