भागलपुर: लॉक डाउन के बीच भागलपुर व्यवहार न्यायालय में बुधवार से सिविल कोर्ट का कामकाज शुरू हो गया. लेकिन अब काम डिजिटल तरीके से होगा. ई-कोर्ट सुविधा के तहत वकील पक्षकारों की ओर से फाइलिंग का काम ई-मेल से करेंगे, जबकि बहस वीडियो कांफ्रेसिंग से हो सकेगी. ये व्यवस्था तत्काल प्रभाव से 3 मई तक जारी रहेगी.
जिला विधिज्ञ संघ (डीबीए) के महासचिव संजय कुमार मोदी ने बताया कि लॉक डाउन-2 के बाद ये व्यवस्था की गई है. ऐसे में वकील चाहें तो घर से ही काम कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि जिन्हें एंड्रॉयड की सुविधा नहीं है. वे डीबीए या टेन कोर्ट बिल्डिंग में इंटरनेट सुविधा का उपयोग कर सकते हैं. संजय कुमार ने कहा कि डीबीए में कार्यरत स्टाफ के लिए पास निर्गत किया जाएगा, ताकि उन्हें रास्ते में जांच के दौरान दिक्कत ना हो सके.
नकल और टिकट की सुविधा भी शुरू होगी
बता दें कि जिन्हें घर से ई-फाइलिंग में दिक्कत होगी. वे डीबीए और टेन कोर्ट बिल्डिंग के कमरा नंबर 23 में जाकर इंटरनेट सुविधा का उपयोग कर सकते हैं. सर्टिफाइड कॉपी के लिए भी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं. बुधवार से फ्रेंकिंग की सुविधा की भी व्यवस्था कराई जाएगी. स्टांप नहीं मिलने की स्थिति में डीबीए कार्यालय का मोहर सहित हस्ताक्षर कराकर पिटीशन फाइल किया जा सकेगा.
'करना होगा सरकारी आदेशों का पालन'
महासचिव ने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग के साथ-साथ सरकार द्वारा बताए गए दिशा-निर्देशों का पालन करना वकीलों के लिए जरूरी होगा. वैसे अधिवक्ता ही कोर्ट आएं, जिन्हेें न्यायालय में काम है. सभी अधिवक्ताओं को न्यायालय आना जरूरी नहीं है. उन्होंने आगे बताया कि डीबीए का सभी गेट बंद रहेगा. वही वकील अंदर आएंगे, जिन्हें पिटीशन फाइल करना है. महासचिव ने कहा कि अभी मुख्य रूप से अग्रिम जमानत अर्जी (एबीपी) और नियमित जमानत अर्जी (बीपी) दाखिल किया जाएगा. सिविल मामले में इंजक्शन और अति महत्वपूर्ण मामले में ही सुनवाई की जाएगी.
पिटीशन कैसे फाइल करें
अधिवक्ता अपने कोई भी केस का डॉक्यूमेंट स्कैन कर एक पीडीएफ फाइल बनाकर civilcourtbhagalpur@gmail.com पर ई-मेल सुबह 9:30 बजे तक फाइल कर दें.