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भागलपुर: सभी पंचायतों को मिले 4-4 लाख रुपये, कोरोना रोकथाम में किए जाएंगे खर्च

पंचायती राज पदाधिकारी ने कहा कि पंचायत के मुखिया को सिविल सर्जन के संपर्क में रहने के लिए कहा गया है. पंचायत में निरंतर ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया जाना है. साथ ही कई निर्देश दिए गए हैं.

भागलपुर
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Published : Apr 22, 2020, 12:17 PM IST

Updated : Apr 22, 2020, 1:53 PM IST

भागलपुर: जिले के 242 ग्राम पंचायत को पंचम राज्य वित्त आयोग के मद से दूसरी किस्त के रूप में औसतन सभी पंचायत को चार-चार लाख रुपये मिले हैं. इस राशि का खर्च पंचायत के विकास कार्य में नहीं होगा. राशि वर्तमान में कोरोना वायरस की महामारी के रोकथाम में खर्च किए जाएंगे. इस राशि से पंचायत के विकास के कार्य में लगे मजदूर और कर्मी को ग्लब्स, साबुन और सैनिटाइजर स्थानीय बाजार से उपलब्ध कराएंगे. साथ ही पंचायत में साफ सफाई करवाई जाएगी और कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर प्रचार प्रसार भी किए जाएंगे.

पेश है एक रिपोर्ट

जिला पंचायती राज पदाधिकारी राजेश कुमार ने जिले के सभी 242 पंचायत के मुखिया और पंचायत सचिव को पत्र भेजकर राशि खर्च करने की विस्तृत जानकारी दी है. पंचायती राज पदाधिकारी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि ग्राम पंचायत को पंचम राज्य वित्त आयोग में दूसरी किस्त के रूप में औसतन जिले के सभी पंचायत को चार-चार लाख रुपये उपलब्ध करवाए गए हैं. इस राशि का वर्तमान में कोरोना वायरस के रोकथाम के लिए प्रचार प्रसार, पंचायत स्तरीय कर्मियों और पंचायत के विकास कार्य में लगे मजदूरों को लिए खर्च किए जाएंगे. साथ ही इस राशि का उपयोग कोरोना वायरस से बचाव को लेकर मास्क, साबुन, सैनिटाइजर आदि की खरीद कर मजदूरों को देना है. साथ ही उन्होंने कहा कि इस राशि से पंचायत में नाले की सफाई और ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया जाएगा.

'मुखिया भ्रमणशील रहकर जानकारी इकट्ठा करेंगे'
पंचायती राज पदाधिकारी ने कहा कि पंचायत के मुखिया को सिविल सर्जन के संपर्क में रहने के लिए कहा गया है. पंचायत में निरंतर ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया जाना है. साथ ही होली के बाद पंचायतों से बाहर गए जो लोग लौट आए हैं. उन्हें पंचायत में बने कोरोना आइसोलेशन सेंटर जैसे विद्यालय और पंचायत सरकार भवन में 14 दिनों तक रखना है. इसके बाद घर भेजना है. पंचायत क्षेत्र में किसी को खांसी सर्दी और बुखार होने की तकलीफ होने पर स्थानीय अस्पताल में इलाज करने के लिए भेजना है. इसको लेकर मुखिया पंचायत में भ्रमण सील रहकर जानकारी कट्ठा करेंगे. उन्होंने बताया कि क्वारंनटाइन सेंटर में रहने वाले लोगों के भोजन की आपूर्ति पर पंचम वित्त आयोग की राशि से खर्च नहीं करना है. ये खर्च आपदा प्रबंधन विभाग के स्तर से किए जा रहे हैं.

भागलपुर: जिले के 242 ग्राम पंचायत को पंचम राज्य वित्त आयोग के मद से दूसरी किस्त के रूप में औसतन सभी पंचायत को चार-चार लाख रुपये मिले हैं. इस राशि का खर्च पंचायत के विकास कार्य में नहीं होगा. राशि वर्तमान में कोरोना वायरस की महामारी के रोकथाम में खर्च किए जाएंगे. इस राशि से पंचायत के विकास के कार्य में लगे मजदूर और कर्मी को ग्लब्स, साबुन और सैनिटाइजर स्थानीय बाजार से उपलब्ध कराएंगे. साथ ही पंचायत में साफ सफाई करवाई जाएगी और कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर प्रचार प्रसार भी किए जाएंगे.

पेश है एक रिपोर्ट

जिला पंचायती राज पदाधिकारी राजेश कुमार ने जिले के सभी 242 पंचायत के मुखिया और पंचायत सचिव को पत्र भेजकर राशि खर्च करने की विस्तृत जानकारी दी है. पंचायती राज पदाधिकारी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि ग्राम पंचायत को पंचम राज्य वित्त आयोग में दूसरी किस्त के रूप में औसतन जिले के सभी पंचायत को चार-चार लाख रुपये उपलब्ध करवाए गए हैं. इस राशि का वर्तमान में कोरोना वायरस के रोकथाम के लिए प्रचार प्रसार, पंचायत स्तरीय कर्मियों और पंचायत के विकास कार्य में लगे मजदूरों को लिए खर्च किए जाएंगे. साथ ही इस राशि का उपयोग कोरोना वायरस से बचाव को लेकर मास्क, साबुन, सैनिटाइजर आदि की खरीद कर मजदूरों को देना है. साथ ही उन्होंने कहा कि इस राशि से पंचायत में नाले की सफाई और ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया जाएगा.

'मुखिया भ्रमणशील रहकर जानकारी इकट्ठा करेंगे'
पंचायती राज पदाधिकारी ने कहा कि पंचायत के मुखिया को सिविल सर्जन के संपर्क में रहने के लिए कहा गया है. पंचायत में निरंतर ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया जाना है. साथ ही होली के बाद पंचायतों से बाहर गए जो लोग लौट आए हैं. उन्हें पंचायत में बने कोरोना आइसोलेशन सेंटर जैसे विद्यालय और पंचायत सरकार भवन में 14 दिनों तक रखना है. इसके बाद घर भेजना है. पंचायत क्षेत्र में किसी को खांसी सर्दी और बुखार होने की तकलीफ होने पर स्थानीय अस्पताल में इलाज करने के लिए भेजना है. इसको लेकर मुखिया पंचायत में भ्रमण सील रहकर जानकारी कट्ठा करेंगे. उन्होंने बताया कि क्वारंनटाइन सेंटर में रहने वाले लोगों के भोजन की आपूर्ति पर पंचम वित्त आयोग की राशि से खर्च नहीं करना है. ये खर्च आपदा प्रबंधन विभाग के स्तर से किए जा रहे हैं.

Last Updated : Apr 22, 2020, 1:53 PM IST
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