ETV Bharat / state

डंडारी पीएचसी में प्रसव के दौरान महिला की मौत, आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल में जमकर की तोड़फोड़

बेगूसराय के डंडारी पीएचसी में प्रसव के दौरान एक महिला की मौत हो गई. जिसके बाद आक्रोशित परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाकर अस्पताल में जमकर तोड़फोड़ (Uproar In Dandari PHC) की. परिजनों ने आरोप लगाया कि ज्यादा खून गिरने की वजह से महिला की हालत गंभीर हो गई थी. लेकिन काफी देर बाद उसे रेफर किया गया. जिससे उसकी मौत हो गई. पढ़िए पूरी रिपोर्ट..

author img

By

Published : Apr 16, 2022, 11:02 PM IST

डंडारी पीएचसी में प्रसव के दौरान महिला की मौत
डंडारी पीएचसी में प्रसव के दौरान महिला की मौत

बेगूसराय: बिहार में एक तरफ सरकार जहां स्वास्थ्य व्यवस्था (Health Facility In Bihar) को लेकर बड़े-बड़े दावे करती है. वहीं दूसरी तरफ आज भी ऐसे कई मामले सामने आते हैं. जहां, सरकारी अस्पतालों में चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मी मौजूद नहीं रहते हैं. जिससे सही तरीके से इलाज नहीं मिलने से मरीज की मौत हो जाती है. ताजा मामला बेगूसराय के डंडारी पीएचसी का है. जहां प्रसव के दौरान एक गर्भवती महिला की मौत हो (Woman Dies In Dandari PHC) जाती है. जिसके बाद आक्रोशित परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाकर डंडारी पीएचसी जमकर तोड़फोड़ की है.

ये भी पढ़ें: जहानाबाद में प्रसूता की मौत.. डॉक्टर भागे.. आक्रोशत परिजनों ने की सदर अस्पताल में तोड़फोड़



डंडारी पीएचसी में महिला की मौत: बता दें कि डंडारी ब्लाक के तेतरी गांव के रहने वाले संतोष सोनी की पत्नी पिंकी देवी को प्रसव के लिए डंडारी पीएसची में भर्ती कराया गया था. जहां प्रसव के दौरान उसकी मौत हो गई. परिजनों ने बताया कि पीएचसी में न कोई डॉक्टर मौजूद रहता और ना ही कोई स्वास्थ्य कर्मी. इन लोगों को घर से बुलाने के बाद किसी भी मरीज का इलाज किया जाता है. उन्होंने बता कि पिंकी को भर्ती करने के बाद पहले उसे पहले टहलने को कहा गया बाद में उसे एक इंजेक्शन दिया गया. जिसके बाद जैसे-तैसे उसका प्रसव कराया गया. इस दौरान अत्यधिक रक्त स्राव होने के कारण पिंकी देवी की स्थिति नाजुक होने लगी. जिसके बाद स्वास्थ्य कर्मियों ने खून की कमी की बात बोलकर पिंकी देवी को रेफर कर दिया गया. लेकिन इस दौरान उसकी मौत हो गई.

स्वास्थ्य कर्मियों पर पैसे मांगने का आरोप: वहीं, परिजनों ने बताया कि पिंकी को रेफर करने से पहले 5 हजार रुपये की मांग की गई. अस्पताल में मौजूद पिंकी के परिजन को कपड़ा लाने के लिए घर भेज दिया गया. जिसके बाद परिजन जैसे ही पैसे और कपड़ा लेकर अस्पताल पहुंचे तब तक पिंकी देवी की मौत हो चुकी थी. जिसके बार नाराज लोगो ने डंडारी पीएचसी में जमकर तोड़फोड़ की. इस दौरान सीसीटीवी कैमरा के साथ साथ अन्य सामान को भी तोड़ा गया.
ये भी पढ़ें: औरंगाबाद सदर अस्पताल में मरीज की मौत के बाद हंगामा, परिजनों ने इलाज में लापरवाही का लगाया आरोप

स्वास्थ्य कर्मी अस्पताल से हुए फरार: बता दें कि मामला गंभीर होते देख स्वास्थ कर्मी अस्पताल से भाग खड़े हुए. आक्रोशित लोगों ने डंडारी पीएचसी पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए इस पूरी घटना की जांच की मांग की. वहीं, आक्रोशित लोगों ने बताया कि इस से पहले भी 3 महिलाओं की मौत इस अस्पताल में हो चुकी है. उन्होंने ने कहा कि पिंकी देवी स्वस्थ हालत में अस्पताल आई थी लेकिन इलाज में लापरवाही के कारण उसकी मौत हो गई. वहीं नवजात की सुरक्षित रहने की बात बतायी जा रही है.

विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP



बेगूसराय: बिहार में एक तरफ सरकार जहां स्वास्थ्य व्यवस्था (Health Facility In Bihar) को लेकर बड़े-बड़े दावे करती है. वहीं दूसरी तरफ आज भी ऐसे कई मामले सामने आते हैं. जहां, सरकारी अस्पतालों में चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मी मौजूद नहीं रहते हैं. जिससे सही तरीके से इलाज नहीं मिलने से मरीज की मौत हो जाती है. ताजा मामला बेगूसराय के डंडारी पीएचसी का है. जहां प्रसव के दौरान एक गर्भवती महिला की मौत हो (Woman Dies In Dandari PHC) जाती है. जिसके बाद आक्रोशित परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाकर डंडारी पीएचसी जमकर तोड़फोड़ की है.

ये भी पढ़ें: जहानाबाद में प्रसूता की मौत.. डॉक्टर भागे.. आक्रोशत परिजनों ने की सदर अस्पताल में तोड़फोड़



डंडारी पीएचसी में महिला की मौत: बता दें कि डंडारी ब्लाक के तेतरी गांव के रहने वाले संतोष सोनी की पत्नी पिंकी देवी को प्रसव के लिए डंडारी पीएसची में भर्ती कराया गया था. जहां प्रसव के दौरान उसकी मौत हो गई. परिजनों ने बताया कि पीएचसी में न कोई डॉक्टर मौजूद रहता और ना ही कोई स्वास्थ्य कर्मी. इन लोगों को घर से बुलाने के बाद किसी भी मरीज का इलाज किया जाता है. उन्होंने बता कि पिंकी को भर्ती करने के बाद पहले उसे पहले टहलने को कहा गया बाद में उसे एक इंजेक्शन दिया गया. जिसके बाद जैसे-तैसे उसका प्रसव कराया गया. इस दौरान अत्यधिक रक्त स्राव होने के कारण पिंकी देवी की स्थिति नाजुक होने लगी. जिसके बाद स्वास्थ्य कर्मियों ने खून की कमी की बात बोलकर पिंकी देवी को रेफर कर दिया गया. लेकिन इस दौरान उसकी मौत हो गई.

स्वास्थ्य कर्मियों पर पैसे मांगने का आरोप: वहीं, परिजनों ने बताया कि पिंकी को रेफर करने से पहले 5 हजार रुपये की मांग की गई. अस्पताल में मौजूद पिंकी के परिजन को कपड़ा लाने के लिए घर भेज दिया गया. जिसके बाद परिजन जैसे ही पैसे और कपड़ा लेकर अस्पताल पहुंचे तब तक पिंकी देवी की मौत हो चुकी थी. जिसके बार नाराज लोगो ने डंडारी पीएचसी में जमकर तोड़फोड़ की. इस दौरान सीसीटीवी कैमरा के साथ साथ अन्य सामान को भी तोड़ा गया.
ये भी पढ़ें: औरंगाबाद सदर अस्पताल में मरीज की मौत के बाद हंगामा, परिजनों ने इलाज में लापरवाही का लगाया आरोप

स्वास्थ्य कर्मी अस्पताल से हुए फरार: बता दें कि मामला गंभीर होते देख स्वास्थ कर्मी अस्पताल से भाग खड़े हुए. आक्रोशित लोगों ने डंडारी पीएचसी पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए इस पूरी घटना की जांच की मांग की. वहीं, आक्रोशित लोगों ने बताया कि इस से पहले भी 3 महिलाओं की मौत इस अस्पताल में हो चुकी है. उन्होंने ने कहा कि पिंकी देवी स्वस्थ हालत में अस्पताल आई थी लेकिन इलाज में लापरवाही के कारण उसकी मौत हो गई. वहीं नवजात की सुरक्षित रहने की बात बतायी जा रही है.

विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP



ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.