बेगूसराय: आर्म्स एक्ट के मामले में जेल में बंद पूर्व समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा बुधवार को जेल से रिहा हो गईं. पिछले 112 दिनों से जेल में बंद जदयू की नेता और चेरियाबरियारपुर की विधायिका मंजू वर्मा की रिहाई हाई कोर्ट के आदेश के बाद हुई है. इस दौरान बेगूसराय मंडल कारा से बाहर बड़ी तादाद में समर्थक मौजूद रहे.
खुले बाल और चेहरे पर तनाव से भरी मंजू वर्मा ने जेल से बाहर निकलते ही लोगों को प्रणाम किया और सीधे गाड़ी की ओर बढ़ गई. इस दौरान उन्होंने मीडिया से दूरी बनाये रखी. इस दौरान उन्होंने सिर्फ खुद के निर्दोष होने और कानून पर आस्था की बात दोहराई. वर्तमान चुनाव को लेकर उन्होंने हाथ जोड़ ये एहसास दिलाने की कोशिश कि अब उन्हें राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं.
हाईकोर्ट का खटखटाया था दरवाजा
जेल में बंद मंजू वर्मा को जमानत के लिए हाइकोर्ट की शरण मे जाना पड़ा था . जहां मंगलवार को कोर्ट ने अहम फैसला सुनाते हुए मंजू वर्मा को जमानत दी थी. मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड मामले में नाम आने के बाद सीबीआई ने मंजू वर्मा के चेरियाबरियारपुर के श्रीपुर गांव आवास में छापेमारी की थी.
छापेमारी के बाद तय हुए आरोप
उनके आवास में की गई छापेमारी में 50 से अधिक कारतूसों की बरामदगी सीबीआई ने की थी. इसके बाद मंजू वर्मा और उनके पति चंद्रशेखर वर्मा पर आर्म्स एक्ट के मामला दर्ज हुआ था. इस मामले में मंजू वर्मा ने मंझौल कोर्ट में 20 नवंबर 2018 को सरेंडर कर दिया था. जेल से रिहा हुई मंजू वर्मा ने कहा कि उन्हें कानून पर पूरा भरोसा है, वो एक दिन निर्दोष साबित होगीं.