बेगूसराय : बीजेपी के फायरब्रांड सांसद व केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (Union Minister Giriraj Singh) अक्सर ही विपक्ष पर वार करते रहते हैं. एक बार फिर से उन्होंने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को आड़े हाथों लिया है. गिरिराज सिंह ने कहा है कि राहुल गांधी को देश और दिशा का ज्ञान नहीं (Giriraj Singh On Rahul Gandhi) है. बेगूसराय में संवाददाताओं से बात करते हुए केन्द्रीय मंत्री ने कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष पर कई वार किए.
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''मैं नाम लेना नहीं चाहता हूं लेकिन कुछ लोग हैं, जिनमें राहुल गांधी भी शामिल है, जिन्हें देश और दिशा का ज्ञान नहीं है. देश की सीमा पर जब चीन से विवाद होता है, अरुणाचल का मामला हो तो वह पहले भी तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से नहीं पूछते थे, वह चाइना के एंबेसी में जाते थे. आज वो नरेंद्र मोदी को गाली देते-देते भारत को गाली देने लगे हैं. मैं समझता हूं ये उनका दोष नहीं है ये उनकी समझ का का दोष है. टुकड़े-टुकड़े गैंग भारत को बदनाम करने के लिए मोदी का विरोध करते-करते देश का विरोध कर रहे हैं.''- गिरिराज सिंह, केंद्रीय मंत्री
भारत का विदेशो में भी डंका बज रहा : दरअसल, मोदी सरकार के 8 साल पूरा होने पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के द्वारा आईओसी गेस्ट हाउस में संवाददाता सम्मेलन का आयोजन किया गया. इस दौरान गिरिराज सिंह ने जहां पिछले 8 सालों में मोदी सरकार के कार्यकाल की जानकारी दी, वही उन्होंने कहा कि भारत का विदेशो में भी डंका बज रहा है. लद्दाख आज ग्रीन एनर्जी का हब बन रहा है. केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि उज्ज्वला योजना से गरीबों को काफी लाभ मिला है.
मोदी सरकार के 8 साल में क्या हुआ : पिछले 8 साल में दिल्ली की सियासत भी बदली. 2019 में मोदी सरकार ने जीत हासिल कर नया कीर्तिमान गढ़ा. मोदी 2.0 में कश्मीर से धारा-370 हटाया गया, सीएए कानून बना. किसान आंदोलन के बाद तीनों कृषि बिल भी वापस हुए. अपने पहले कार्यकाल में मोदी सरकार नोटबंदी, तीन तलाक के खिलाफ कानून, सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर चर्चित रही थी. इस दौरान अंग्रेजों के जमाने के 1450 कानून भी खत्म किए गए. नरेंद्र मोदी सरकार की प्रमुख स्कीमों में जन धन योजना, आयुष्मान योजना, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, आयुष्मान भारत योजना और उज्ज्वला योजना शामिल है. बीजेपी को चुनावों में इन योजनाओं का फायदा भी मिला.
शिक्षा और स्वास्थ्य : 2014 के दौरान देश में प्राइवेट, सरकारी और गवर्मेंट एडेड प्राइमरी स्कूल की संख्या 8.47 लाख थी, पिछले आठ साल में इनकी संख्या में बढ़ोतरी हुई है. अभी देश में करीब 15 लाख प्राइमरी स्कूल हैं. 2014 से 20 के बीच देश में बने 15 एम्स, 7 आईआईएम और 16 ट्रिपल आईटी बनाए गए. 2014 में देश में 6 एम्स थे, अब इनकी संख्या 22 हो गई है. इसी तरह पिछले आठ साल में 170 से अधिक मेडिकल कॉलेज खोले गए. अगले दो साल के भीतर 100 मेडिकल कॉलेज बनकर तैयार हो जाएंगे. इसका असर डॉक्टरों की संख्या पर भी पड़ा. मोदी सरकार में डॉक्टर्स की संख्या में 4 लाख से ज्यादा का इजाफा हुआ है. देशभर में 25 ट्रिपल आईटी हैं, जो तीन स्तर पर संचालित हो रहे हैं. भारत सरकार के फंड से चलने के साथ ही, राज्य सरकार और पीपीपी मोड के तहत भी ट्रिपल आईटी का संचालन हो रहा है. 2014 तक भारत में सिर्फ 9 ट्रिपल आईटी थी.
रक्षा बजट और सुरक्षा : मोदी राज में देश का रक्षा बजट दोगुना हो गया है. वित्त वर्ष 2013-14 देश का रक्षा बजट 2.53 लाख करोड़ रुपये था जो बढ़कर वित्त वर्ष 2022-23 में 5.25 लाख करोड़ रुपए हो गया है. दस साल के अंदर रक्षा बजट में खर्च 76 फीसदी बढ़ गया है. इस दौरान मेक इन इंडिया के तहत भारत में हथियारों और उपकरणों के निर्यात का सिलसिला भी शुरू हुआ. मोदी के कार्यकाल के दौरान कश्मीर और पाकिस्तान बॉर्डर पर शांति रही मगर चीन के साथ तनाव बढ़ गया. गलवान की घटना के बाद भारत और चीन के बीच बॉर्डर पर हथियार उपयोग नहीं करने का समझौता अनौपचारिक रूप से टूट गया.
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