बेगूसराय: पटना में आयोजित विपक्षी गठबंधन की पहली बैठक से ठीक पहले जून महीने में हम संरक्षक जीतनराम मांझी ने महागठबंधन का साथ छोड़कर एनडीए में जाने का ऐलान किया था. उस वक्त मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि वह हमारे साथ रहकर बीजेपी और पीएम मोदी तक हमलोगों की बात पहुंचाते थे. अब मांझी ने स्पष्ट किया है कि क्यों उनको पीएम मोदी का जासूस बताया गया. पूर्व सीएम ने कहा कि दरअसल उनके साथ प्रधानमंत्री का विशेष लगाव रहा है. वह हमेशा से पीएम के कार्यों की प्रशंसा करते रहे हैं, ये और बात है कि महागठबंधन में रहने के कारण कई बार विरोध में भी बयान देना पड़ता था लेकिन उससे उनके रिश्तों पर कोई असर नहीं पड़ा. सीएम को यही बात पसंद नहीं आती थी, इसलिए उन पर ऐसे आरोप लगाए गए.
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"जब महागठबंधन में हमलोग थे, तब कहने के लिए कुछ कह देते थे लेकिन नरेंद्र मोदी जी से हमारा आज नहीं बल्कि बहुत पहले से रिश्ता रहा है. वो मुझे बहुत महत्व देते थे और प्यार करते थे. यही कारण है कि नीतीश कुमार कहते थे कि हमारे साथ रहकर वह मोदी जी की जासूसी करते थे"- जीतनराम मांझी, पूर्व मुख्यमंत्री, बिहार
इंडिया गठबंधन पर भड़के मांझी: विपक्षी गठबंधन को इंडिया नहीं घमंडिया गठबंधन मानते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि वहां एक नहीं दर्जनों प्रधाममंत्री पद के उम्मीदवार है. जो एक-दूसरे के साथ एक गठबंधन में रहना नहीं चाहते हैं. वहीं दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सशक्त उम्मीदवार हैं. उनके नेतृत्व में भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है. हर क्षेत्र में तेजी से विकास हो रहा है. दुनियाभर में भारत की प्रतिष्ठा बढ़ी है.
400 सीटों पर होगी एनडीए की जीत: जीतनराम मांझी ने दावा किया है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में एनडीए की प्रचंड जीत होगी. उन्होंने कहा कि जिस तरह से पीएम मोदी के कार्यों से देश की जनता खुश है, उससे साफ है कि 400 से अधिक सीट लाकर एनडीए लगातार तीसरी बार केंद्र में सरकार बनाएगी.