बेगूसराय: वैश्विक महामारी कोरोना की चपेट में आने से जहां देश में हाहाकार मचा हुआ है. तो वहीं, बिहार के बेगूसराय में फर्जी क्लीनिक की आड़ में लोगों से ठगी की जा रही है. घटना नगर थाना क्षेत्र के पावर हाउस के कर्पूरी चौक के निकट स्थित एनएच 31 किनारे की है. जहां अवैध निजी क्लीनिक में एक शिक्षा अधिकारी की कोरोना से मौत हो गई है. वहीं, हॉस्पिटल के कर्मियों ने शव को बाहर फेंक कर फरार हो गए.
मृतक की पहचान शिक्षा विभाग पटना में कार्यरत प्रकाशन अधिकारी कैलाश नाथ सिंह के रूप में की गई है. मृतक के पुत्र सुमित सिंह ने बताया कि उसके पिता की अचानक तबीयत बिगड़ने पर बेगूसराय में इलाज के लिए बुलाया. सुमित ने बताया कि 28 अप्रैल को निजी अस्पताल में भर्ती कराया और उसी दौरान 30 अप्रैल की रात में उनकी की मौत हो गई. उन्होंने बताया कि डेथ सर्टिफिकेट मांगने पर डॉक्टर लाश को बाहर फेंकने की धमकी देने लगे और कहा शव यहां से ले जाओ.
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वहीं, बेगूसराय सदर अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. विनय कुमार झा ने बताया कि घटना संज्ञान में आया है. जांच की जा रही है. डॉक्टर के खिलाफ विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी. दूसरी तरफ घटना की सूचना मिलते ही नगर थाने की पुलिस मौके पर पहुंच अस्पताल में कार्यरत एक कर्मचारी को हिरासत में लेकर पूछताछ में जुट गई है.