बेगूसराय: बेगूसराय से इंसानियत को शर्मशार करने वाली घटना सामने आई है. जहां एक कलयुगी मां-बाप की करतूत सामने आयी है. बरौनी प्रखंड के क्षेत्र के पिपरा की है. जहां स्कूल के पीछे प्लास्टिक के थैले में बंद नवजात बच्ची को लावारिस हालत में फेंका मिला. जिसे एक चायवाली ने नवजात को नई जिंदगी दी है. उसकी जिंदगी की सलामती के लिए इसकी सूचना पुलिस को दी. फिलहाल सदर अस्पताल में बच्ची का डॉक्टरों की देख रेख में इलाज चल रहा है.
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बेगूसराय में मां ने नवजात बच्ची को फेंका: स्कूल के पीछे प्लास्टिक के थैले में बंद नवजात बच्ची को रोते हुए देखा. वहां देखने वालों की भीड़ लग गई. इसी बीच एक चाय वाली महिला ने यह नजारा देखकर दंग रही गई. बच्ची को बचाने के लिए कोई हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था. तभी चाय वाली ने बच्ची को देखकर रहा नहीं गया और उस उठाकर कलेजे से लगा ली.माना जा रहा है कि नवजात का लड़की होने की वजह से उसे कूड़ेदान में फेंक दिया गया.
"बच्ची पांच से छह दिन की लग रही है जो पूरी तरह से स्वस्थ है. बच्ची को रेस्क्यू कर लाया गया है. बच्ची को इलाज किया जा रहा है." -कृष्ण कुमार, सदर अस्पताल के चिकित्सक
अस्पताल में मिल रहा नर्सों का प्यार और दुलार: बच्ची को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बरौनी में इलाज के लिए भर्ती कराया गया और बाद में उसे बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया. जहां बच्ची डॉक्टरों की देख-रेख में उसका इलाज चल रहा है. खास बात यह है कि रक्षाबंधन के वक्त मिली इस बच्ची को लोग प्यार से राखी कह कर पुकार रहे है. सदर अस्पताल में भर्ती इस बच्ची को अस्पताल के चिकित्सक, नर्सोंं और स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा प्यार दुलार मिल रहा है.
नवजात पूरी तरह से स्वस्थ: नवजात बच्ची के फेंके जाने की सूचना के बाद विशेष दत्तक ग्रहण संस्थान की समन्वयक ऋतु सिंह बरौनी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंची. जिसके बाद बच्ची को बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचाया. जहां डॉक्टर ने उसकी गहन जांच पड़ताल की तो बच्ची को स्वस्थ पाया. इस मामले मे बिशेष दत्तक ग्रहण संस्थान की समन्वयक रितु सिंह ने बताया कि यह बच्ची पांच से छह दिन की प्रतीत हो रही है. फिलहाल जिसका इलाज सदर अस्पताल मे कराया जा रहा है. जिसे जिला बाल संरक्षण इकाई के संरक्षण में रखते हुए इसकी देखभाल की जाएगी.