बेगूसराय:बेगूसराय के बलिया थाना क्षेत्र के मिसीकार टोला में मूर्ति विसर्जन के दौरान दो पक्षों के बीच हुए हमला मामले में पुलिस ने कार्रवाई की है. घटना के तीन दिनों के भीतर 11 लोगों को गिरफ्तार किया है. वहीं 79 लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गयी है. गिरफ्तार आरोपियों को पुलिस ने जेल भेज दिया है. वहीं 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. फिलहाल पुलिस अन्य उपद्रवियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.
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बेगूसराय में मूर्ती विसर्जन के दौरान कार्रवाई: बता दें कि घटना 25 अक्टूबर को बलिया थाना क्षेत्र अंतर्गत कपूरी चौक के पास मिसीकार टोला में दुर्गा पूजा विसर्जन जुलूस निकाली गयी थी. इसी दौरान विसर्जन जुलूस में शामिल बलिया थाना क्षेत्र के छोटी बलिया के रहने वाले राजकुमार रस्तोगी के पुत्र अमित रस्तोगी के इशारा करने पर मो. शहादत के घर के सामने सड़क किनारे बिजली के पोल पर बंधे झंडे को तोड़ दिया और फाड़कर नीचे जुलूस की भीड़ में फेंक दिया था. जिसके बाद दो पक्षों के बीच नोक-झोक शुरू हो गयी जो हंगामें में बदल गई.
पथराव में दो पुलिस कर्मी घायल: इस दौरान दोनों तरफ से पथराव होने लगी. स्थित बिगड़ता देख पुलिस मौके पर पहुंची जिसके बाद काफी मशक्कत के बाद लोगों को शांत कराया गया.परंतु कुछ ही देर के बाद उसी जगह से एक दूसरी प्रतिमा विसर्जन के लिए जाने लगी तब इसी मामले को लेकर उपद्रवियों ने ईंट-पत्थर फेंकना शुरू कर दिया. उपद्रवियों ने आसपास की कुछ दुकानों में घुसकर तोड़फोड़ करने लगे और आग लगा दी. पुलिस पदाधिकारी एवं दण्डाधिकारी के द्वारा उपद्रवियों के विरूद्ध हल्का बल प्रयोग करते हुए खदेड़ा गया और स्थिति को नियंत्रित किया गया. उपद्रवियों के पथराव से दो पुलिस कर्मी भी घायल हुए.
"उपद्रव करने में संलिप्त 11 नामजद अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है. घटना में संलिप्त अन्य उपद्रवियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है. घटना के मुख्य आरोपी अमित रस्तोगी और उनका सहयोगी अभी पुलिस की पकड़ से दूर है. उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. इस पूरी घटना मे जो भी दोषी है बख्शे नहीं जायेंगे."
-योगेंद्र कुमार, एसपी, बेगूसराय