बेगूसराय: बरौनी रिफाइनरी में ठेका मजदूरों का 2 दिनों से हड़ताल जारी है. बता दें कि ठेका मजदूर अपने 15 सूत्री मांगों को लेकर 21 नवंबर से हड़ताल पर है और कार्य को ठप कर रखा है. वहीं, इस हड़ताल के कारण प्रबंधन को भी काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है.
'मजदूरों का होता है आर्थिक दोहन'
ठेका मजदूरों का आरोप है कि ठेकेदार के द्वारा उनका आर्थिक दोहन किया जाता है. लेकिन प्रबंधन के द्वारा इस बात पर कोई विचार नहीं किया जा रहा है, जबकि मजदूरों के द्वारा बार-बार प्रबंधन को इस समस्या से अवगत कराया गया है. मजदूरों ने आरोप लगाते हुए कहा है कि मजदूरों की सुरक्षा में प्रबंधन लापरवाही कर रही है और मजदूरों को ना हेलमेट या अन्य सुरक्षा के संसाधन भी मुहैया नहीं कराई गई है. साथ ही साथ मूलभूत सुविधाओं का भी अभाव है .
'जल्द समस्या पर किया जाए विचार'
बताया जाता है कि मजदूर शौचालय की व्यवस्था, विश्राम गृह,शुद्ध पेयजल की व्यवस्था और अपनी कई मांगों को लेकर ठेका मजदूर हड़ताल पर है. वहीं, इस बात की जानकारी मिलने के बाद स्थानीय सांसद सह केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने संबंधित मंत्रालय और रिफाइनरी प्रबंधन से बात की. इसके बाद मजदूरों की समस्याओं पर विचार कर जल्द दूर करने का निर्देश दिया.
समस्या का जल्द होगा निराकरण
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की पहल के बाद अब स्थानीय प्रशासन भी इस मामले में संज्ञान ले रही है और सदर एसडीएम को प्रतिनिधि बनाकर इस समस्या के निपटारे के लिए भेजा गया है. फिलहाल प्रशासनिक अधिकारियों और रिफाइनरी प्रबंधन ने भी मजदूरों को आश्वस्त किया है, कि जल्द ही उनकी सभी मांगों पर विचार किया जाएगा और श्रम कानून के तहत जो भी उनकी मांगे हैं उनका निराकरण भी किया जाएगा.