बेगूसराय: समाधान यात्रा के लिए बेगूसराय पहुंचे नीतीश कुमार सबसे पहले चिलमिल पंचायत स्थित कस्तूरबा विद्यालय पहुंचे, जहां कस्तूरबा विद्यालय के छात्रों ने उनका स्वागत किया. उसके बाद मुख्यमंत्री कस्तूरबा विद्यालय में ही आयोजित कराटे के प्रदर्शन को देखने के बाद आम लोगों से मिले और उनसे बातचीत करते हुए आगे बढ़ गए. सीएम की समाधान यात्रा में बड़ी संख्या में पुरुष और महिलाएं शामिल हुए. सीएम ने कई लोगों से खुद मिलकर उनकी शिकायतें भी सुनी.
बोले सीएम नीतीश- 'नहीं है पीएम बनने की इच्छा': इस दौरान मुख्यमंत्री पीएम मैटेरियल को लेकर भी लोगों ने जबरदस्त आवाज बुलंद की. बीच-बीच में लोगों ने मेरा पीएम कैसा हो नीतीश कुमार जैसा हो के नारे लगाए. इस पर जह नीतीश कुमार से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि हम तो मना करते हैं. हमारी ऐसी कोई इच्छा नहीं है.
"हम तो लगातार यात्रा कर रहे हैं. इससे लोगों की समस्याओं का पता चलता है और उसका समाधान निकाला जाता है.इतने दिन से हम काम करा रहे हैं. इस बार मेरा मकसद था तमाम कामों की प्रगति देखना. तमाम चीजों को देखते हुए आगे की नीति बनाई जाएगी. पीएम बनने की हमारी कोई इच्छा नहीं है."- नीतीश कुमार, सीएम, बिहार
52 योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास: इसके बाद मुख्यमंत्री ने जीविका दीदियों के द्वारा लगाए गए विभिन्न तरह के स्टाल का निरीक्षण किया.इस दौरान जीविका दीदियों से बातचीत के बाद आगे बढ़ते हुए सदर प्रखंड पहुंचे जहां विभिन्न विभागों के द्वारा लगाई गई स्टॉल से वे मुखातिब हुए. सीएम नीतीश ने रिमोट से कुल 52 योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया.
लोगो ने किया हंगामा: मुख्यमंत्री का काफिला जैसे ही बेगूसराय के कारगिल विजय सभा भवन के लिए प्रखंड कार्यालय से प्रस्थान किया, वैसे ही सदर प्रखंड के सामने एसएच 55 के किनारे खड़े लोगों ने जोर-जोर से हो हंगामा करना शुरू कर दिया. यह वह लोग थे जो मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी शिकायत दर्ज कराना चाहते थे या उन तक अपनी बात पहुंचाना चाहते थे. लेकिन ऐसा नहीं होने पर लोगों ने अपना विरोध दर्ज कराया.बाद में मुख्यमंत्री के सुरक्षा में लगे अधिकारियों और दूसरे लोगों ने ऐसे लोगों का पत्र लिया.
विकास वैभव का उठा मुद्दा: सदर प्रखंड के कार्यक्रम की समाप्ति के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जैसे ही सदर प्रखंड के गेट से आगे बढ़े वैसे ही आईपीएस विकास वैभव की तस्वीर लिए कुछ लोगों ने मुख्यमंत्री मुर्दाबाद के नारे लगाये. इन लोगों ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री चुप बैठे हुए हैं वहीं विकास वैभव के साथ ज्यादती हो रही है. दरअसल स्वच्छ और ईमानदार छवि के विकास वैभव बेगूसराय से ही आते हैं. हाल के दिनों में आईपीएस अधिकारी विकास वैभव और शोभा अहोतकर के बीच जारी वाक युद्ध अब धीरे-धीरे राजनीतिक रूप लेता जा रहा है. इसी सिलसिले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा.