बेगूसराय: जिले में सोमवार को भगत सिंह यूथ फाउंडेशन के कार्यकर्ताओं ने आक्रोश मार्च निकाला. इस दौरान एक दिवसीय धरने का भी आयोजन किया गया. इस मार्च का उद्देश्य सरकारी कार्यालयों में व्याप्त भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने सहित गरीब, कमजोर और बेबस लोगों के ऊपर होने वाले अत्याचार को रोकना है.
भ्रष्टाचार के खिलाफ निकाला गया आक्रोश मार्च
बता दें कि आक्रोश मार्च बलिया प्रखंड मुख्यालय से निकलकर प्रखंड परिसर, अनुमंडल मुख्यालय होते हुए पुनः प्रखंड परिसर स्थित अंबेडकर पार्क पहुंच धरना में तब्दील हो गया. इस दौरान धरने को संबोधित करते हुए फाउंडेशन के निदेशक शाहिद इकबाल अतहर ने कहा कि सरकारी कार्यालयों में अधिकारियों के द्वारा लगातार मनमानी की जा रही है. इसके अलावा अनुमंडल क्षेत्र में भू माफियाओं का आतंक भी बढ़ता जा रहा है. जिस पर स्थानीय प्रशासन अंकुश लगाने में नाकामयाब हो रहा है.
सरकार पर किसानों की जमीन छीनने का लगाया आरोप
वहीं, संगठन के संरक्षक बालेश्वर आजाद ने कहा कि साहेबपुर कमाल के परोरा गांव के सैकड़ों किसानों की कृषि भूमि को एक साजिश के तहत सरकार के द्वारा 'टोपोलैंड' घोषित कर दिया गया है. जिससे किसानों का मालिकाना हक छीन लिया गया है. जिस कारण किसानों के बच्चों का भविष्य अधर में लटका हुआ है.
पंचायतों में पंचायत विकास राशि की मची हुई है लूट
फाउंडेशन के सचिव संतोष कुमार उमंग ने कहा कि पंचायतों में भी पंचायत विकास की राशि की लूट मची हुई है. उन्होंने एक उदाहरण देते हुए कहा कि साहेबपुर कमाल प्रखंड के संदलपुर पंचायत में पीसीसी सड़क निर्माण योजना में अभिकर्ता पंचायत सचिव द्वारा लाखों रुपये की हेराफेरी की गई. इस मामले में पहले तो सही से जांच नहीं की गई. जब जांच के बाद यह मामला सामने आया तो प्रखंड विकास पदाधिकारी के द्वारा दोषी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवाने के बजाय उसे बचाने का प्रयास किया जाने लगा.
अनुमंडल पदाधिकारी को सौंपा गया 11 सूत्री मांग पत्र
वहीं, धरना के बाद एक प्रतिनिधि मंडल ने अनुमंडल पदाधिकारी डॉ उत्तम कुमार को 11 सूत्री मांग पत्र भी सौंपा गया. धरना की अध्यक्षता बालेश्वर आजाद ने किया तो संचालन शाहिद इकबाल अतहर ने किया. धरने को रामप्रवेश चौरसिया, मो. हसन, रविकांत सिंह, सुबोध ठाकुर, बलवंत गांधी, सुमित कुमार आदि ने भी संबोधित किया.