बेगूसराय: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बेगूसराय इकाई की एक बैठक सोमवार को जीडी कॉलेज में आयोजित की गई. इस दौरान बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा कि गई, जिसमें आगामी विधानसभा चुनाव, दिनकर विश्वविद्यालय की स्थापना, सभी प्रखंडों में डिग्री कॉलेज की स्थापना, तेघड़ा, बलिया और बखरी में डिग्री कॉलेज की स्थापना, मेडिकल कॉलेज का शीघ्र निर्माण इत्यादि मुद्दे शामिल है.
जनप्रतिनिधियों पर लगाया छात्र-छात्राओं को ठगने का आरोप
बैठक की अध्यक्षता करते हुए पूर्व राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अजीत चौधरी ने कहा कि इस बार के चुनाव में जिले के जनप्रतिनिधियों को सबक सिखाया जाएगा. उन्होंने कहा कि दिनकर विश्वविद्यालय की मांग जिले के छात्र-छात्राएं लंबे समय से कर रहे हैं, लेकिन सभी राजनीतिक दल के जनप्रतिनिधियों ने 20 वर्षों से छात्र-छात्राओं को ठगने का काम किया है. उन्होंने कहा कि अब जिले का छात्र समुदाय एक हो चुका है और जल्द ही जनप्रतिनिधियों को करारा जवाब दिया जाएगा.
बेगूसराय में दिनकर विश्वविद्यालय बनाने की मांग हुई तेज
वहीं, एलएनएमयू यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि 25 हजार छात्र-छात्राओं पर एक विश्वविद्यालय का निर्माण हो रहा है, लेकिन बेगूसराय से 1 लाख छात्र-छात्राएं स्नातक व स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल करते हैं और उन्हें 100 किलोमीटर की दूरी तय कर दरभंगा विश्वविद्यालय की शरण में जाना पड़ता है. वहीं, जीडी कॉलेज छात्रसंघ अध्यक्ष पुरुषोत्तम कुमार ने कहा कि आगामी महीनों में विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता गोलबंद होकर विश्वविद्यालय की मांग को लेकर आंदोलन का रूप देंगे और विद्यार्थी परिषद आखरी दम तक बेगूसराय में विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए संघर्षरत रहेगी.
विधानसभा चुनाव में नोटा डबाने की दी चेतावनी
प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य आजाद कुमार समेत अन्य कार्यकर्ताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा जिले के प्रत्येक प्रखंड में डिग्री कॉलेज खोलने की घोषणा हवा हवाई बन चुकी है. सरकार चुनाव के समय छात्राओं के लिए स्नातक प्रोत्साहन योजना का लोभ दिखाकर वोट ले लेती है, लेकिन घोषणा के 3 वर्षों से अधिक बीत जाने के बाद भी छात्राओं के खाते में स्नातक प्रोत्साहन योजना की राशि नहीं पहुंची है. उन्होंने कहा कि अगामी विधानसभा चुनाव में हम उन्हीं जनप्रतिनिधियों के लिए वोट करेंगे जो छात्र-छात्राओं के लिए कार्य करेंगे, अन्यथा हमारे लिए नोटा ही सर्वश्रेष्ठ ऑप्शन है.