ETV Bharat / state

ALERT! फेसबुक पर लोन का विज्ञापन देखकर लालच में आया युवक, हुआ साइबर ठगी का शिकार

पीड़ित ने बताया कि राशि जमा करने के बाद इन्शोरेंस के नाम फिर से उन्होंने 3 हजार 260 रुपये जमा किए. इसी तरह से विभिन्न प्रकार के फीस के नाम पर क्रमशः 4 हजार 210, 2 हजार 400, 5 हजार 400, 4 हजार 280, 12 हजार 200, 9 हजार, 9 हजार 999 और 3 हजार रुपये भेजा गया.

cyber crime in banka
cyber crime in banka
author img

By

Published : Mar 14, 2021, 12:58 PM IST

बांकाः जिले में साइबर ठगी के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं. ताजा मामला धोरैया थाना क्षेत्र का है. यहां विशनपुर गांव निवासी मो. आरिफ हुसैन साइबर ठगी का शिकार हो गए. फेसबुक पर विज्ञापन डालकर लोन देने के नाम पर साइबर अपराधियों ने मो. आरिफ हुसैन से 50 हजार 629 हजार रुपये ठग लिए.

फेसबुक पर लोन का ऐड देखकर आए झांसे में
साइबर ठगी के शिकार हुए मो. आरिफ हुसैन ने बताया कि फेसबुक पर लोन के लिए मनी बाजार फाइनेंस कम्पनी का प्रचार देखा. इसके नीचे हेल्पलाइन न. 7044024535 और 8276078135 लिखा हुआ था. आरिफ ने 3 मार्च को हेल्पलाइन नंबर पर सम्पर्क करके लोन सबंधित जानाकरी ली.

cyber crime in banka
साइबर ठगी से बचाव

प्रोसेसिंग चार्ज के नाम पर मांगे 1 हजार 880 रुपये
मो. आरिफ हुसैन ने बताया कि 4 मार्च को 8276078135 मोबाइल नंबर से काॅल आया और लोन संबंधित जानकारी देते हुए कंपनी का आदमी बताकर दो लोगों ने अपना आधार, वोटर कार्ड और पैन कार्ड सहित अन्य कागजात मेरे मोबाइल नंबर पर भेजा. इसमें उत्तर प्रदेश के बहराइच गांव का रहने वाला दयाशंकर मिश्र और नितिन कुमार सिंह का पता लिखा हुआ था. उन्होंने बताया कि संतुष्ट होने के बाद जब लोन देने की बात कही तो पहले प्रोसेसिंग चार्ज के नाम पर 1 हजार 880 रुपये खाता संख्या 768201010050253 और आईएफसीआई कोड यूबीआईएन 0554332 पर जमा करने के लिए साइबर ठग ने कहा.

ये भी पढेः उपेंद्र कुशवाहा की दूसरी बार होगी घर वापसी

विभिन्न प्रकार के फीस के नाम पर साइबर ठगी
पीड़ित ने बताया कि राशि जमा करने के बाद इन्शोरेंस के नाम फिर से उन्होंने 3 हजार 260 रुपये जमा किए. इसी तरह से विभिन्न प्रकार के फीस के नाम पर क्रमशः 4 हजार 210, 2 हजार 400, 5 हजार 400, 4 हजार 280, 12 हजार 200, 9 हजार, 9 हजार 999 और 3 हजार रुपये भेजा गया.

यूनियन बैंक के बेगूसराय शाखा का निकला खाता
मो. आरिफ हुसैन ने बताया कि 50 हजार से अधिक राशि जमा करने के बाद मैंने लोन देने के लिए बोला तो ठगों ने अतरिक्त 5 हजार जमा करने के लिए फिर से दबाव बनाना शुरू कर दिया. साथ ही उन्होंने रुपये नहीं देने पर लोन फाइल पेडिंग कर देने की बात कही. उन्होंने बताया कि इंटरनेट के माध्यम से जब मुझे पता चला कि उक्त खाता संख्या यूनियन बैंक के बेगूसराय शाखा का है तब साइबर ठगी के शिकार होने का पता चला.

ये भी पढ़ेः बिहार में शनिवार को 80,185 कोरोना वैक्सीनेशन, मिले 38 नए मामले

जांच में जुटी पुलिस
पीड़ित ने साइबर ठगों के खिलाफ धोरैया थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है. थानाध्यक्ष महेश्वर प्रसाद राय ने बताया कि साइबर ठगी का मामला संज्ञान में आया है. हमलोग इसकी जांच कर रहे हैं.

साइबर क्राइम से बचने के लिए अहम जानकारी
बिहार में लॉकडाउन के बाद से लगातार साइबर क्राइम के मामले सामने आ रहे हैं. साइबर क्राइम को लेकर हम लगातार लोगों को जागरूक कर रहे हैं. इस बारे में ईटीवी भारत से बात करते हुए आर्थिक अपराध इकाई के एसपी प्राणतोष दास ने अहम जानकारी देते हुए बताया था कि सोशल मीडिया या साइट्स पर हुए साइबर क्राइम के लिए हेल्प लाइन नंबर जारी किया है.

cyber crime in banka
साइबर ठगों से सावधान
  • साइबर क्राइम हेल्प लाइन नंबर- 155260
  • बच्चों के साथ हुए साइबर क्राइम हेल्प लाइन नंबर-1098
  • @cyberdost ट्विटर हैंडल पर ट्वीट कर आप अपनी कंप्लेन दर्ज करा सकते हैं.

बांकाः जिले में साइबर ठगी के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं. ताजा मामला धोरैया थाना क्षेत्र का है. यहां विशनपुर गांव निवासी मो. आरिफ हुसैन साइबर ठगी का शिकार हो गए. फेसबुक पर विज्ञापन डालकर लोन देने के नाम पर साइबर अपराधियों ने मो. आरिफ हुसैन से 50 हजार 629 हजार रुपये ठग लिए.

फेसबुक पर लोन का ऐड देखकर आए झांसे में
साइबर ठगी के शिकार हुए मो. आरिफ हुसैन ने बताया कि फेसबुक पर लोन के लिए मनी बाजार फाइनेंस कम्पनी का प्रचार देखा. इसके नीचे हेल्पलाइन न. 7044024535 और 8276078135 लिखा हुआ था. आरिफ ने 3 मार्च को हेल्पलाइन नंबर पर सम्पर्क करके लोन सबंधित जानाकरी ली.

cyber crime in banka
साइबर ठगी से बचाव

प्रोसेसिंग चार्ज के नाम पर मांगे 1 हजार 880 रुपये
मो. आरिफ हुसैन ने बताया कि 4 मार्च को 8276078135 मोबाइल नंबर से काॅल आया और लोन संबंधित जानकारी देते हुए कंपनी का आदमी बताकर दो लोगों ने अपना आधार, वोटर कार्ड और पैन कार्ड सहित अन्य कागजात मेरे मोबाइल नंबर पर भेजा. इसमें उत्तर प्रदेश के बहराइच गांव का रहने वाला दयाशंकर मिश्र और नितिन कुमार सिंह का पता लिखा हुआ था. उन्होंने बताया कि संतुष्ट होने के बाद जब लोन देने की बात कही तो पहले प्रोसेसिंग चार्ज के नाम पर 1 हजार 880 रुपये खाता संख्या 768201010050253 और आईएफसीआई कोड यूबीआईएन 0554332 पर जमा करने के लिए साइबर ठग ने कहा.

ये भी पढेः उपेंद्र कुशवाहा की दूसरी बार होगी घर वापसी

विभिन्न प्रकार के फीस के नाम पर साइबर ठगी
पीड़ित ने बताया कि राशि जमा करने के बाद इन्शोरेंस के नाम फिर से उन्होंने 3 हजार 260 रुपये जमा किए. इसी तरह से विभिन्न प्रकार के फीस के नाम पर क्रमशः 4 हजार 210, 2 हजार 400, 5 हजार 400, 4 हजार 280, 12 हजार 200, 9 हजार, 9 हजार 999 और 3 हजार रुपये भेजा गया.

यूनियन बैंक के बेगूसराय शाखा का निकला खाता
मो. आरिफ हुसैन ने बताया कि 50 हजार से अधिक राशि जमा करने के बाद मैंने लोन देने के लिए बोला तो ठगों ने अतरिक्त 5 हजार जमा करने के लिए फिर से दबाव बनाना शुरू कर दिया. साथ ही उन्होंने रुपये नहीं देने पर लोन फाइल पेडिंग कर देने की बात कही. उन्होंने बताया कि इंटरनेट के माध्यम से जब मुझे पता चला कि उक्त खाता संख्या यूनियन बैंक के बेगूसराय शाखा का है तब साइबर ठगी के शिकार होने का पता चला.

ये भी पढ़ेः बिहार में शनिवार को 80,185 कोरोना वैक्सीनेशन, मिले 38 नए मामले

जांच में जुटी पुलिस
पीड़ित ने साइबर ठगों के खिलाफ धोरैया थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है. थानाध्यक्ष महेश्वर प्रसाद राय ने बताया कि साइबर ठगी का मामला संज्ञान में आया है. हमलोग इसकी जांच कर रहे हैं.

साइबर क्राइम से बचने के लिए अहम जानकारी
बिहार में लॉकडाउन के बाद से लगातार साइबर क्राइम के मामले सामने आ रहे हैं. साइबर क्राइम को लेकर हम लगातार लोगों को जागरूक कर रहे हैं. इस बारे में ईटीवी भारत से बात करते हुए आर्थिक अपराध इकाई के एसपी प्राणतोष दास ने अहम जानकारी देते हुए बताया था कि सोशल मीडिया या साइट्स पर हुए साइबर क्राइम के लिए हेल्प लाइन नंबर जारी किया है.

cyber crime in banka
साइबर ठगों से सावधान
  • साइबर क्राइम हेल्प लाइन नंबर- 155260
  • बच्चों के साथ हुए साइबर क्राइम हेल्प लाइन नंबर-1098
  • @cyberdost ट्विटर हैंडल पर ट्वीट कर आप अपनी कंप्लेन दर्ज करा सकते हैं.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.