बांका: बिहार के बांका में बीपीएससी की शिक्षक भर्ती परीक्षा आयोजित हुई, जहां दो फर्जी परीक्षार्थियों को गिरफ्तार किया गया है. एक फर्जी परीक्षार्थी परीक्षा देकर निकलने में सफल रहा. जिसके विरुद्ध विभाग आगे की कानूनी कार्रवाई में जुट गई है. एक फर्जी परीक्षार्थी ने बताया 20 हजार रुपया लेकर दूसरे के बदले परीक्षा देने आए थे. वहीं दूसरे फर्जी परीक्षार्थी ने बताया 40 हजार रुपया लेकर दूसरे के बदले परीक्षा दे रहा था, लेकिन दोनों को पकड़ लिया गया.
बांका में मुन्ना भाई गिरफ्तार: दूसरे दिन परीक्षा में समुखिया माेड़ इंटर काॅलेज केंद्र से फर्जी परीक्षार्थी काे पकड़ा गया. गिरफ्तार फर्जी परीक्षार्थी भागलपुर जिले के गाेराडीह कासिल गांव निवासी सुमन कुमार है. जब प्रवेश पत्र के फाेटाे में कुछ भिन्नता पाई गई तो केंद्र पर प्रतिनियुक्त कर्मी ने बायाेमेट्रिक मशीन से जांच करायी, जो मिसमैच हाे गया. पूछताछ के दाैरान फर्जी परीक्षार्थी ने बताया कि वह नवगछिया निवासी श्रीकांत कुमार के बदले परीक्षा देने आया था. इसके बदले वह उससे 20 हजार रुपए मिले थे. इसको लेकर काॅलेज कर्मी ने थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है.
एक फर्जी परीक्षार्थी फरार: दूसरी ओर बाराहाट थाना क्षेत्र अंतर्गत हरिहर चौधरी स्कूल में एक फर्जी परीक्षार्थी परीक्षार्थी परीक्षा देकर बाहर निकल गया, तब पता चला कि परीक्षा देने वाला परीक्षार्थी फर्जी था. रोल नंबर के आधार पर जांच कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है. फरार हुए फर्जी परीक्षार्थी का नाम अविनाश कुमार बताया जा रहा है. थानाध्यक्ष सुजीत वारसी ने बताया कि पुलिस मामले में कानूनी कार्रवाई कर रही है.
किसी बड़े रैकेट से हो सकता है संबंध: बीपीएससी 2.0 शिक्षक भर्ती परीक्षा में शनिवार को बीडी अकादमी परीक्षा केंद्र पर एसडीओ अरूण कुमार सिंह के निर्देश पर एक फर्जी परीक्षार्थी को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार फर्जी परीक्षार्थी ने अपने को भागलपुर के बरारी थाना क्षेत्र के बकिया दियारा गांव के कमांडो कुमार मंडल उर्फ करण बता रहा है. पूछताछ में बार-बार नाम बदलने पर पुलिस को आशंका है कि यह किसी बड़े रैकेट का शागिर्द है. हालांकि पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि वह नाथनगर के पियुष मंडल के बदले परीक्षा दे रहा था.
परीक्षार्थी से कराए गए हस्ताक्षर: गिरफ्तार मुन्ना भाई के पास 40 हजार रुपये भी मिले हैं, जिसकी पुलिस द्वारा जांच की जा रही है. एसडीओ के मौजूदगी में वीक्षक राज कुमारी एवं केंद्राधीक्षक वेदानंद सुमन के जांच में फर्जी परीक्षार्थी की पोल खुल गई. एक शिक्षक ने बताया कि परीक्षार्थी के हस्ताक्षर का मिलान नहीं होने पर पदाधिकारी सक्रिय हुए और उक्त परीक्षार्थी से पदाधिकारी द्वारा हस्ताक्षर मिलान कराया गया. लगभग दो दर्जन से अधिक बार हिंदी एवं अंग्रेजी में हस्ताक्षर कराए गए.
परीक्षार्थी से हो रही है पूछताछ: अंग्रेजी के हस्ताक्षर में काफी हद तक मूल परीक्षार्थी के हस्ताक्षर से मिलान करने में सफल हो गया था लेकिन हिंदी के हस्ताक्षर में उसके फर्जीवाड़ा की पोल खुल गई. जब पदाधिकारी ने सख्ती से पूछताछ की तो उसने सच कबूल लिया और उसे मौके से गिरफ्तार कर थाना लाया गया. अमरपुर थानाध्यक्ष बिनोद कुमार ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ कर रैकेट को पुलिस खंगालने में जुटी है. वहीं मुन्ना भाई के गिरफ्तारी मामले में केंद्राधीक्षक द्वारा लिखित आवेदन दिया है.
"दो फर्जी परीक्षार्थी को गिरफ्तार किया गया है. केंद्राधीक्षक के लिखित आवेदन पर केस दर्ज कर लिया है, गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ की जा रही है."-बिनोद कुमार, थानाध्यक्ष, अमरपुर
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