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Banka News: बांका में सांप डसने से 12 वर्षीय बच्ची और अधेड़ की मौत, झाड़फूंक के चक्कर में गई जान

बिहार के बांका में सर्पदंश से दो की मौत हो गई. मृतक में एक 12 वर्षीय बच्ची और एक अधेड़ शामिल हैं. घटना के बाद परिजन इलाज कराने के बदले झाड़फूंक कराने लगे, जिस कारण दोनों की मौत हो गई. पढ़ें पूरी खबर...

बांका में सांप डसने से दो की मौत
बांका में सांप डसने से दो की मौत
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Sep 4, 2023, 3:50 PM IST

बांकाः बिहार के बांका में सांप डसने से दो की मौत हो गई. दोनों अलग अलग प्रखंड की घटना है. मरने वालों में एक 12 साल की बच्ची और दूसरा 58 वर्षीय अधेड़ शामिल है. घटना के बाद से दोनों के घर में कोहराम मचा हुआ है. पहली घटना जिले के रजौन प्रखंड क्षेत्र के अंतर्गत नवादा खरौनी ग्राम पंचायत के खरवा महादलित टोला और दूसरी बौंसी थाना क्षेत्र के जबड़ा गांव की बताई जा रही है.

यह भी पढ़ेंः Aurangabad News : झाड़-फूंक के चक्कर में सर्पदंश के शिकार युवक की मौत, रक्षाबंधन में पत्नी को लेकर आया था ससुराल

रजौन में सांप डसने से बच्ची की मौतः रजौन के खरवा महादलित टोला 12 वर्षीय अमृता कुमारी की मौत सांप डसने से हो गई. घटना के बारे में बताया जा रहा है कि शनिवार की रात अमृता दादी के साथ घर में सो रही थी. इसी दौरान उसे जहरीले सांप ने डस लिया. सांप डसने के उसने दादी को जानकारी दी तो दादी ने कीड़े काटने की बात कहकर उसे सुला दिया. सुबह जागने के बाद उसने अपनी मां को इसकी जानकारी दी.

झाड़-फूंक में चली गई जानः जानकारी मिलने के बाद परिजनों ने कई जगह उसे झाड़ फूंक कराया, इसी बीच उसकी तबितय बिगड़ने लगी. अस्पताल ले जाने के दौरान उसकी मौत हो गई. मृतका 5 भाई बहन थी, जिसमें वह सबसे बड़ी थी. मृतका के पिता विभाष ठाकुर व माता अंजू देवी दोनों गांव में ही मजदूरी करते हैं. घटना के बाद से परिजनों का रो रोकर हाल खराब है.

बौंसी में सांप डसने से अधेड़ की मौतः दूसरी घटना बौंसी थाना क्षेत्र के जबड़ा गांव की बताई जा रही है. मृतक की पहचान जबड़ा गांव निवासी शीतल झा(58) के रूप में हुई है. घटना के बारे में बताया जा रहा है कि शीतल झा चापाकल से पाने लाने के लिए गया था. इसी दौरान उसे एक विषैले सांप ने डस लिया. घटना की जानकारी मिलने के बाद परिजनों ने झाड़फूंक के लिए स्थानीय मंदिर लेकर चले गए, जहां कोई राहत नहीं मिली. उल्टे उसकी तबियत बिगड़ गई.

डेढ़ घंटे तक चला झाड़फूंकः डेढ़ घंटे तक झाड़फूंक करने के बाद शीतल झा की तबियत बिगड़ने लगी. इसके बाद लोगों ने आनन फानन में उसे रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसे सदर रेफर कर दिया गया, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई. मृतक की पत्नी और उसके बच्चे का रो रोकर हाल खराब है. एक ही दिन में दो लोगों की सांप डसने से मौत हो गई. अगर झाड़फूंक न कराकर समय से इलाज कराते तो जान बच सकती थी.

"सर्पदंश से बचने के लिए सभी दवा अस्पतालों में उपलब्ध है. इसलिए लोगों को चाहिए कि सांप डसने के बाद पीड़ित को झाड़फूंक की जगह अस्पताल लाने का प्रयास करें. जिससे उसका समुचित इलाज हो सके." -ऋषिकेश सिंह, चिकित्सक

बांकाः बिहार के बांका में सांप डसने से दो की मौत हो गई. दोनों अलग अलग प्रखंड की घटना है. मरने वालों में एक 12 साल की बच्ची और दूसरा 58 वर्षीय अधेड़ शामिल है. घटना के बाद से दोनों के घर में कोहराम मचा हुआ है. पहली घटना जिले के रजौन प्रखंड क्षेत्र के अंतर्गत नवादा खरौनी ग्राम पंचायत के खरवा महादलित टोला और दूसरी बौंसी थाना क्षेत्र के जबड़ा गांव की बताई जा रही है.

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रजौन में सांप डसने से बच्ची की मौतः रजौन के खरवा महादलित टोला 12 वर्षीय अमृता कुमारी की मौत सांप डसने से हो गई. घटना के बारे में बताया जा रहा है कि शनिवार की रात अमृता दादी के साथ घर में सो रही थी. इसी दौरान उसे जहरीले सांप ने डस लिया. सांप डसने के उसने दादी को जानकारी दी तो दादी ने कीड़े काटने की बात कहकर उसे सुला दिया. सुबह जागने के बाद उसने अपनी मां को इसकी जानकारी दी.

झाड़-फूंक में चली गई जानः जानकारी मिलने के बाद परिजनों ने कई जगह उसे झाड़ फूंक कराया, इसी बीच उसकी तबितय बिगड़ने लगी. अस्पताल ले जाने के दौरान उसकी मौत हो गई. मृतका 5 भाई बहन थी, जिसमें वह सबसे बड़ी थी. मृतका के पिता विभाष ठाकुर व माता अंजू देवी दोनों गांव में ही मजदूरी करते हैं. घटना के बाद से परिजनों का रो रोकर हाल खराब है.

बौंसी में सांप डसने से अधेड़ की मौतः दूसरी घटना बौंसी थाना क्षेत्र के जबड़ा गांव की बताई जा रही है. मृतक की पहचान जबड़ा गांव निवासी शीतल झा(58) के रूप में हुई है. घटना के बारे में बताया जा रहा है कि शीतल झा चापाकल से पाने लाने के लिए गया था. इसी दौरान उसे एक विषैले सांप ने डस लिया. घटना की जानकारी मिलने के बाद परिजनों ने झाड़फूंक के लिए स्थानीय मंदिर लेकर चले गए, जहां कोई राहत नहीं मिली. उल्टे उसकी तबियत बिगड़ गई.

डेढ़ घंटे तक चला झाड़फूंकः डेढ़ घंटे तक झाड़फूंक करने के बाद शीतल झा की तबियत बिगड़ने लगी. इसके बाद लोगों ने आनन फानन में उसे रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसे सदर रेफर कर दिया गया, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई. मृतक की पत्नी और उसके बच्चे का रो रोकर हाल खराब है. एक ही दिन में दो लोगों की सांप डसने से मौत हो गई. अगर झाड़फूंक न कराकर समय से इलाज कराते तो जान बच सकती थी.

"सर्पदंश से बचने के लिए सभी दवा अस्पतालों में उपलब्ध है. इसलिए लोगों को चाहिए कि सांप डसने के बाद पीड़ित को झाड़फूंक की जगह अस्पताल लाने का प्रयास करें. जिससे उसका समुचित इलाज हो सके." -ऋषिकेश सिंह, चिकित्सक

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