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बांका में टेलीमेडिसिन सेवा की शुरुआत के लिए सदर अस्पताल में हुआ ड्राई रन

सदर अस्पताल में टेलीमेडिसिन सेवा उपलब्ध कराने को लेकर ड्राई रन भी चलाया गया. इस सेवा से ग्रामीणों को इलाज कराने में काफी सहुलियत मिलेगी. बता दें कि यह ड्राई रन जिला मूल्यांकन और अनुश्रवण पदाधिकारी अंजनी कुमार मिश्रा की देखरेख में चलाया गया.

ड्राई रन की शुरुआत
ड्राई रन की शुरुआत
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Published : Jan 29, 2021, 12:37 PM IST

बांका: जिला स्वास्थय समिति की ओर से ई-संजीवनी पोर्टल से टेलीमेडिसिन सेवा उपलब्ध कराने को लेकर पहल शुरू कर दी गई है. इसे लेकर सदर अस्पताल में टेलीमेडिसिन सेवा का सफलतापूर्वक ड्राई रन भी चलाया गया. पहले चरण के लिए जिले के तीन प्रखंड के 26 स्वास्थ्य उपकेंद्रों को चिन्हित किया गया है. जहां मरीजों को टेलीमेडिसिन सुविधा मुहैया कराया जाएगा.

टेलीमेडिसिन सेवा कराई जाएगी उपलब्ध
जिले के सुदूरवर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए जिला स्वास्थय समिति की और से ई-संजीवनी पोर्टल से टेलीमेडिसिन सेवा उपलब्ध कराई जा रही है. इसे लेकर सदर अस्पताल में टेलीमेडिसिन सेवा का सफलतापूर्वक ड्राइ रन भी चलाया गया. ड्राइ रन जिला मूल्यांकन और अनुश्रवण पदाधिकारी अंजनी कुमार मिश्रा की देखरेख में चलाया गया. ड्राई रन में ग्रामीण क्षेत्र में स्थित स्वास्थ्य उपकेन्द्र से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एएनएम के माध्यम से मरीजों को चिकित्सक डॉ. विजय कुमार से चिकित्सीय परामर्श दिलाया गया.

ई-संजीवनी पोर्टल के माध्यम से स्वास्थ्य उपकेन्द्र में इलाज करा रहे मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराया जाएगा. आने वाले दिनों में इस सेवा को बहाल कर दिया जाएगा. -अंजनी कुमार मिश्रा, अनुश्रवण पदाधिकारी

डॉक्टरों की प्रतिनियुक्ति
पहले चरण में टेलीमेडिसिन सेवा के लिए सदर अस्पताल में दो डॉक्टर और रजौन पीएचसी में एक डॉक्टर की प्रतिनियुक्ति की जाएगी. दूसरे चरण में जिले के अन्य प्रखंड के स्वास्थ्य उपकेन्द्र पर यह सेवा बहाल कर दी जाएगी.

इसे भी पढ़ें: अजफर शम्सी का हुआ दो ऑपरेशन, निकाली गयी कनपटी में फंसी गोली

एएनएम टैब की सहयोग से मरीजों का इलाज
स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से कई ऐसे कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं जिसमें ऑनलाइन काम किया जाता है. सभी एएनएम को पूर्व में टैब दिया गया था. एएनएम अपने टैब से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मरीजों का बेहतर इलाज कराएगी. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में चिकित्सक जो जांच बताएंगे अगर वह जांच वहां उपलब्ध नहीं होगा तो पास के पीएचसी रेफरल या सदर अस्पताल में कराया जाएगा.

ग्रामीण क्षेत्रों में कई बार मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिलने की वजह से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. कई बार मरीजों की जान तक चली जाती है. नई तकनीक से मरीजों को बेहतर सुविधा मिलने के बाद स्वास्थ्य सेवा में टेलीमेडिसिन सेवा मील का पत्थर साबित होगा. -अंजनी कुमार मिश्रा, अनुश्रवण पदाधिकारी

बांका: जिला स्वास्थय समिति की ओर से ई-संजीवनी पोर्टल से टेलीमेडिसिन सेवा उपलब्ध कराने को लेकर पहल शुरू कर दी गई है. इसे लेकर सदर अस्पताल में टेलीमेडिसिन सेवा का सफलतापूर्वक ड्राई रन भी चलाया गया. पहले चरण के लिए जिले के तीन प्रखंड के 26 स्वास्थ्य उपकेंद्रों को चिन्हित किया गया है. जहां मरीजों को टेलीमेडिसिन सुविधा मुहैया कराया जाएगा.

टेलीमेडिसिन सेवा कराई जाएगी उपलब्ध
जिले के सुदूरवर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए जिला स्वास्थय समिति की और से ई-संजीवनी पोर्टल से टेलीमेडिसिन सेवा उपलब्ध कराई जा रही है. इसे लेकर सदर अस्पताल में टेलीमेडिसिन सेवा का सफलतापूर्वक ड्राइ रन भी चलाया गया. ड्राइ रन जिला मूल्यांकन और अनुश्रवण पदाधिकारी अंजनी कुमार मिश्रा की देखरेख में चलाया गया. ड्राई रन में ग्रामीण क्षेत्र में स्थित स्वास्थ्य उपकेन्द्र से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एएनएम के माध्यम से मरीजों को चिकित्सक डॉ. विजय कुमार से चिकित्सीय परामर्श दिलाया गया.

ई-संजीवनी पोर्टल के माध्यम से स्वास्थ्य उपकेन्द्र में इलाज करा रहे मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराया जाएगा. आने वाले दिनों में इस सेवा को बहाल कर दिया जाएगा. -अंजनी कुमार मिश्रा, अनुश्रवण पदाधिकारी

डॉक्टरों की प्रतिनियुक्ति
पहले चरण में टेलीमेडिसिन सेवा के लिए सदर अस्पताल में दो डॉक्टर और रजौन पीएचसी में एक डॉक्टर की प्रतिनियुक्ति की जाएगी. दूसरे चरण में जिले के अन्य प्रखंड के स्वास्थ्य उपकेन्द्र पर यह सेवा बहाल कर दी जाएगी.

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एएनएम टैब की सहयोग से मरीजों का इलाज
स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से कई ऐसे कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं जिसमें ऑनलाइन काम किया जाता है. सभी एएनएम को पूर्व में टैब दिया गया था. एएनएम अपने टैब से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मरीजों का बेहतर इलाज कराएगी. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में चिकित्सक जो जांच बताएंगे अगर वह जांच वहां उपलब्ध नहीं होगा तो पास के पीएचसी रेफरल या सदर अस्पताल में कराया जाएगा.

ग्रामीण क्षेत्रों में कई बार मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिलने की वजह से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. कई बार मरीजों की जान तक चली जाती है. नई तकनीक से मरीजों को बेहतर सुविधा मिलने के बाद स्वास्थ्य सेवा में टेलीमेडिसिन सेवा मील का पत्थर साबित होगा. -अंजनी कुमार मिश्रा, अनुश्रवण पदाधिकारी

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