बांका/वैशाली: बिहार शिक्षा परियोजना के तत्वाधान में बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कराटे और मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय बाराहाट में 100 छात्राओं को 36 दिनों तक इसका प्रशिक्षण देने का कार्यक्रम शुरू किया गया है.
महिलाएं आए दिन कई तरह की हिंसा और प्रताड़ना की शिकार हो रही हैं. इससे बचाव के लिए बिहार शिक्षा परियोजना की ओर से स्कूली बच्चियों को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. जिले के 11 कस्तूरबा विद्यालयों में 6 से 8 कक्षा तक की छात्राओं को 36 दिवसीय कराटे और मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. जिसमें कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय बाराहाट की 100 छात्राएं प्रशिक्षण ले रही है.
10 हजार से अधिक छात्राओं को दे चुके हैं प्रशिक्षण
कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय बाराहाट की बच्चियों को कराटे का प्रशिक्षण देने वाले प्रशिक्षक निलेश कुमार सिंह ने बताया कि अब तक वह 10 हजार से अधिक स्कूली छात्राओं को प्रशिक्षण दे चुके हैं. सरकार की पहल से आत्मरक्षा की तकनीक सीख रही बच्चियों के आत्मबल को मजबूती मिल रही है. कराटे का प्रशिक्षण करके वह विपत्ति के समय अपना बचाव कर सकती हैं. जिले के कस्तूरबा विद्यालय में हर साल छात्राओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया जाता है.
एबीवीपी ने मिशन साहसी कार्यक्रम का किया आयोजन
हाजीपुर में भी इन दिनों स्कूली छात्राओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाने का सिलसिला चल रहा है. पिछले एक हफ्ते में हाजीपुर के कई स्कूलों में सैकड़ों छात्राओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जुडो-कराटे का प्रशिक्षण दिया गया. बता दें कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की तरफ से हाजीपुर के विभिन्न स्थानों पर छात्राओं को आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है. इसके लिए मिशन साहसी कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है.