बांका: बिहार के बांका (Banka) जिले में अपराधी पूरी तरह से बेलगाम हो गये हैं. आए दिन जिले के किसी न किसी हिस्से में बड़ी वारदात को अंजाम देने में सफल हो रहे हैं. ताजा मामला शंभूगंज थाना क्षेत्र का है, जहां प्रखंड मुख्यालय से ट्यूशन पढ़कर अपने पिता के साथ बाइक से अपने घर पकरिया जाने के दौरान पहले से घात लगाए अपराधियों ने पिता राजेश कुमार और पुत्र उज्ज्वल कुमार को फिल्मी स्टाइल में अगवा कर लिया.
ये भी पढ़ें : Banka Crime News: बांध के पास मिला युवक का सिर कटा शव, इलाके में सनसनी
हालांकि अपराधियों ने कुछ देर बाद बेलहर में पिता राजेश कुमार को छोड़ दिया गया और 14 साल के बेटे उज्ज्वल की सलामती के लिए फिरौती की मांग की है. इस घटना के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है. एसडीपीओ दिनेश चंद्र श्रीवास्तव के नेतृत्व में ताबड़तोड़ छापेमारी की जा रही है. लेकिन उज्ज्वल का अब तक बांका पुलिस को कोई सुराग नहीं मिल पाया है.
बताया जा रहा है कि पकरिया गांव के राजेश कुमार अंचल कार्यालय के हल्का कर्मचारी के साथ मुंशी का काम करता है. इसी बीच बीते मंगलवार की शाम जब छात्र उज्ज्वल कुमार पढ़ाई कर अपने पिता राजेश कुमार के साथ बाइक पर सवार होकर घर जा रहा था. इसी दौरान रास्ते में पंचायत सरकार भवन के पास सड़क पर बिना नंबर के सफेद रंग की स्कॉर्पियो के साथ घात लगाए बैठे छह अपराधियों ने हथियार के बल पर बाइक रोककर पिता व पुत्र को आंख में पट्टी बांधकर अगवा कर फरार हो गया.
इसे भी पढ़ें : ट्रक से 335 कार्टन शराब बरामद, जूट की बोरियों के नीचे छुपाई गई थी 31 लाख की मदिरा
हालांकि कुछ कुछ देर बाद अपराधियों ने पिता को छोड़ दिया. अपराधियों ने केस करने पर अपहृत छात्र के साथ-साथ पूरे परिवार को जान से मार देने की धमकी मोबाइल फोन पर दी है. जिससे पीड़ित परिजन सदमे में हैं. उज्ज्वल कुमार राजेश कुमार का एकलौता पुत्र है. शंभूगंज में काफी वर्षों बाद इस तरह की घटना से प्रशासनिक महकमें भी हड़कंप मच गया है.
पीड़ित परिजनों ने बताया कि उज्ज्वल को तारापुर में उतारकर रात में दूसरे ग्रुप के वाहन पर शिफ्ट कर दिया और उज्ज्वल के पिता राजेश कुमार को अपराधियों ने बेलहर में ले जाकर यह कहकर रिहा किया कि फिरौती की राशि की व्यवस्था करो. इस दौरान राजेश कुमार का एक मोबाइल भी अपराधियों ने ले लिया. उसी मोबाइल से लगातार फोन कर फिरौती की मांग की जा रही है. हालांकि कितने फिरौती की मांग की गई है ये पता नहीं चल पाया है. दरअसल परिजन इतने डरे हुए है कि इसको लेकर कुछ भी बताने को तैयार नहीं है.
मामला थाना पहुंचने के बाद एसडीपीओ दिनेश चन्द्र श्रीवास्तव सहित कई पुलिस पदाधिकारी थाना में कैम्प कर अपहृत छात्र को बरामद करने के लिए ताबड़तोड़ छापेमारी में जुटी हुई है. एसपी अरविंद कुमार गुप्ता इस मामले में सीधे तौर पर कुछ भी बताने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि मामला संज्ञान में आया है. बांका पुलिस अपना काम कर रही है.