बांका: विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला शुरू हो सकेगा या नहीं, इसको लेकर संशय बरकरार है. इसी असमंजस के बीच बांका के एसडीएम मनोज कुमार चौधरी ने कांवरिया पथ का निरीक्षण किया. उन्होंने बताया कि मेला शुरू होना या नहीं होना अलग बात है. लेकिन कांवरिया पथ के शुरू होने का आदेश मिलने से पूर्व ही इसे चुस्त-दुरुस्त करना हमलोगों की जवाबदेही है.
कांवरिया पथ का निरीक्षण
प्रखंड के इनारावरण के पास कांवरिया पथ में प्रवेश करते ही एसडीएम ने जगह-जगह रुक कर कांवरिया पथ का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने सड़क पर बने गड्ढे और कांवरिया पथ के किनारे अतिक्रमण को मुख्य रूप से अपना निशाना बनाया. साथ ही बीडीओ दुर्गाशंकर, सीओ शंभू शरण राय और थाना से धुरंधर सिंह ने लगातार एसडीएम के आदेश पर कांवरिया पथ के किनारे दुकानदारों की ओर से कांवर स्टैंड के नाम पर अतिक्रमण को हटाने का निर्देश दिया.
धर्मशाला सेनेटाइज कराने का आदेश
हड़खार धर्मशाला में कोरोना मरीज मिलने के बाद धर्मशाला सेनेटाइज नहीं होने के कारण अनुमंडल अधिकारी धर्मशाला के अंदर नहीं जा सके. वहीं उन्होंने अविलंब इसे सेनेटाइज कराने का आदेश दिया. इस दौरान झाझा, पटनिया होते हुए सभी पदाधिकारी दुम्मा सीमा तक गए. जहां पथ निर्माण विभाग की ओर से तोरण द्वार की जर्जर हालत देख कर उसे दुरुस्त करने का आश्वासन दिया. जबकि रास्ते में आम लोगो ने पानी-बिजली की समस्या भी रखी.
अतिक्रमण हटाने का निर्देश
इस दौरान कई जगह अतिक्रमण को हटाया गया और हटाने का आदेश दिया गया. साथ ही उन्होंने कांवरिया पथ पर कई जगह गड्ढे दूर करने की व्यवस्था, चापानल की व्यवस्था और अतिक्रमण को पूरी तरह हटाने का भी निर्देश दिया. एसडीएम मनोज कुमार चौधरी ने कहा कि बांका में कांवरिया पथ सबसे लंबा होने के कारण इसकी तैयारी तुरंत नहीं हो सकती है. इसलिए हम लोगों को इसके लिए अभी से तैयारी करनी होगी.
वैसे देवघर मंदिर खुलने की कोई संभावना नहीं दिख रही है. इसलिए श्रावणी मेला पर अभी भी ग्रहण लगा हुआ है. पूरे कांवरिया पथ पर कहीं भी किसी प्रकार की तैयारी नहीं चल रही है. पूरा कांवरिया पथ सुनसान पड़ा हुआ है.