बांका: जिले में संविदा कर्मियों के हड़ताल से लौटने के बाद कोरोना जांच की रफ्तार बढ़ गई है. सिविल सर्जन डॉ. सुधीर कुमार महतो ने बताया कि 200 से अधिक सैंपल जांच के लिए पटना भेजा गया है. इसके साथ ही आइसोलेशन सेंटर से 38 मरीजों को छुट्टी कर उन्हें होम क्वारंटीन में रहने की सलाह दी गई है.
200 सैंपल जांच के लिए भेजी गई
जिले में संविदा कर्मियों के हड़ताल से वापस लौटने के बाद कोरोना जांच की रफ्तार बढ़ गई है. जिले से 200 संदिग्धों का सैंपल जांच के लिए पटना भेजा गया. वहीं ट्रूनेट और एंटीजन किट के माध्यम से अमरपुर और बाराहाट में एक-एक पॉजिटिव मरीज की पुष्टि हुई है. इन दोनों मरीजों को लकड़ीकोला स्थिति इंजीनियरिंग कॉलेज में शिफ्ट कर दिया गया है. जिले में संक्रमितों की संख्या 450 के पार हो गई है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक जिले में मरीजों की संख्या 422 है.
200 लोगों का सैंपल जांच के लिए पटना भेजा गया 348 लोग हुए ठीकजिले में कोरोना वायरस से 348 लोग स्वस्थ हो चुके हैं, जबकि एक व्यक्ति की मौत हो गई है. इसके साथ ही जिले में कुल 73 एक्टिव केस है. वहीं बौसी प्रखंड के बभनगामा गांव निवासी 35 वर्षीय युवक ललन कुमार यादव की भागलपुर के मायागंज अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. वह कई दिनों से बीमार चल रहे थे और इलाज घर पर ही किया जा रहा था. सांस लेने में तकलीफ होने के बाद ललन कुमार को बौंसी अस्पताल रेफर कर दिया गया था. अस्पताल प्रभारी डॉ. संजीव कुमार ने बेहतर इलाज के लिए भागलपुर रेफर कर दिया. भागलपुर में कोरोना जांच के क्रम में ललन कुमार की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी. वहीं शुक्रवार को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
डॉ. और उनकी पत्नी कोरोना पॉजिटिवजिले के मशहूर शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. भगवान दास और उनकी पत्नी कोरोना पॉजिटिव पाई गई हैं. इस केस के बाद बौंसी बाजार में हड़कंप मच हुआ है. डॉ. भगवान दास कुछ दिनों पहले तक बाजार के क्लीनिक में मरीजों को देख रहे थे. डॉ. भगवान दास रोजाना 200 से अधिक शिशु को देखते हैं. इस केस के बाद उनके मेडिकल स्टाफ, दवा दुकानदार, एक्स-रे संचालक सभी दशहत में आ गए हैं.