बांका: नगर परिषद स्थित कटोरिया बस स्टैंड में बना रैन बसेरा गरीब और असहाय लोगों के लिए वरदान साबित हो रहा है. इसके साथ ही बांका आने वाले वैसे लोग, जिनके पास होटल में ठहरने के लिए पैसे नहीं है, उनके लिए भी बेहतर विकल्प है. 50 बेड के इस रैन बसेरा में महिलाओं के लिए 15 बेड और पुरुष के लिए 35 बेड है.
मेडिकल की भी सुविधा
मदर टेरेसा फाउंडेशन की ओर से संचालित इस रैन बसेरा में केयर टेकर हर आने-जाने वाले लोगों की सुविधा का ख्याल रखते हैं. खाने-पीने से लेकर मेडिकल की भी सुविधा प्रदान की जाती है. रैन बसेरा में ठहरने वाले लोगों की देख-रेख के लिए 24 घंटे कर्मी तैनात रहते हैं. निजी काम के सिलसिले में सिवान से बांका आए उमाशंकर सिंह ने बताया कि पिछले चार दिनों से रैन बसेरा में ठहरे हुए हैं.
"केयर टेकर के द्वारा सारी सुविधा का ख्याल रखा जा रहा है. ठंड से बचने के लिए कंबल और गर्म पानी से स्नान के लिए बाथरूम में गीजर लगा हुआ है. काफी कम दर पर खाना भी उपलब्ध हो जाता है. खासकर साफ-सफाई का बेहतर ख्याल रखा जाता है. रैन बसेरा ठहरने के लिए बेहतर विकल्प है"- उमाशंकर सिंह, स्थानीय
गरीबों के लिए निःशुल्क व्यवस्था
रैन बसेरा में कार्यरत नीतू मजूमदार ने बताया कि मदर टेरेसा फाउंडेशन की ओर से रैन बसेरा संचालित किया जाता है. इस रैन बसेरा में गरीब असहाय पुरुष और महिला को निःशुल्क रखा जाता है. उनके रहने, खाने और यहां तक की बीमार पड़ने पर मेडिकल की सुविधा प्रदान की जाती है.
"रैन बसेरा में हर आने-जाने वाले लोगों की सुविधा का ख्याल रखा जाता है. यहां 24 घंटे सेवा प्रदान की जाती है. कोरोना की वजह से बहुत कम ही लोग ठहरने के लिए आते हैं. औसतन 5 से 10 लोग ही रैन बसेरा में अभी आते हैं"- रजनी कुमारी, केयर टेकर
न्यूनतम चार्ज पर ठहरने की व्यवस्था
इस रैन बसेरा में 50 लोगों के ठहरने की व्यवस्था है. इतने ही लोगों के खाने की व्यवस्था भी रहती है. न्यूनतम चार्ज पर अन्य लोग भी रैन बसेरा का लाभ उठा सकते हैं.