बांकाः सदर प्रखंड के बेहरा पंचायत स्थित वार्ड नंबर 11 के भलुवा दमगी नीच टोला में विकास का काम अधूरा पड़ा है. यहां चार सौ की आबादी है. इस टोला में लाभुकों को ना तो शौचालय निर्माण की राशि मिली है और ना ही आवास योजना का लाभ मिला है. टोले के लोगों ने साहूकारों से कर्ज लेकर शौचालय और आवास का निर्माण तो करा लिया. लेकिन इनको योजना की राशि अब तक नहीं मिली.
डिजिटल इंडिया के दौर में भी लाभुक परेशान
देश में आज डिजिटल इंडिया और मेक इन इंडिया की बात हो रही है. लेकिन धरातल पर काम कुछ नहीं हो पा रहा है. जिले के बांका प्रखंड के बेहरा पंचायत स्थित वार्ड नंबर 11 में विकास का कार्य अधूरा पड़ा है. 400 की आबादी वाले इस टोला में लाभुक शौचालय और आवास बनाकर परेशान हैं. इन्हें योजना राशि के भुगतान के लिए मुखिया के दरबार से लेकर प्रखंड कार्यालय तक का चक्कर लगाना पड़ रहा है, फिर भी राशि का भुगतान नहीं हो रहा है. गांव के लोग कार्यालय का चक्कर लगाकर अब थक चुके हैं.
साहुकारों से ब्याज पर पैसे लेकर बनवाया शौचालय
ग्रामीणों ने बताया कि साहूकारों से ब्याज पर कर्ज लेकर शौचालय और आवास बनवाया. सरकार ने शौचालय को सम्मान घर का नाम दिया है. शौचालय नहीं बनवाने पर मुखिया सहित अन्य अधिकारी रोजाना परेशान करते थे. अब सम्मान घर बनाने के बाद राशि के लिए चक्कर लगाना पड़ रहा है. गांव की महिला सुदामा देवी, पुष्पा देवी, खगेश दास, रीना देवी, किरण देवी, निशा देवी सहित दर्जनों लोगों ने बताया कि साहूकार अपने ब्याज के पैसे के लिए तंग करने लगे हैं. पंचायत के मुखिया श्रीकांत साह यही कहते हैं कि कुछ तकनीकी समस्या की वजह से कोड ब्लॉक हो गया है. जिस वजह से पैसे नहीं मिल पा रहा है.
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तकनीकि कारणों से नहीं हो रहा पेमेंट
इस मामले में बांका बीडीओ विजय चंद्र ने कहा कि पहले लाभुकों को चेक से पेमेंट किया जाता था. जब डोंगल से पेमेंट होने लगा तो फाइनेंशियल इंट्री होने के बाद भी डोंगल पर नहीं दिखता था. तकनीकी प्रॉब्लम के बाद लाभुकों को पेमेंट नहीं हो पाया है. सिर्फ बेहरा पंचायत की बात नहीं है, बांका प्रखंड में 2500 ऐसे लाभुक हैं, बीडीओ विजय चंद्र के मुताबिक विभाग को डाटा भेज दिया गया है. जल्द ही भुगतान की कोशिश की जाएगी.