बांका: बिहार के बांका (Banka) जिले में चांदन नदी (Chandan River) में पानी का बहाव तेज होने की वजह से डायवर्सन तीन दिन पूर्व ही बह (Diversion Breakdown) गया है. उसके बाद से लोगों की परेशानी बढ़ी हुई है. जिला प्रशासन की ओर से डायवर्सन का मरम्मत कराने का काम युद्ध स्तर पर जारी है. हालांकि सोमवार को नदी में पानी कम होने पर लोगों की आवाजाही किसी तरह शुरू हुई. लोग पैदल पार करने लगे.
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वहीं, मंगलवार को भी नदी के धार को मोड़कर डायवर्सन दुरुस्त करने का काम तो शुरू हुआ लेकिन एक बार फिर पानी के तेज बहाव ने मंसूबे पर पानी फेर दिया. डायवर्सन के बह जाने से रोजमर्रा के लिए बांका आने वालों की परेशानी कम नहीं हुई है.
चांदन नदी पर बने पुल के जमींदोज होने के बाद आवाजाही सुगम करने के लिए डायवर्सन बनाया गया. अब डायवर्सन के बह जाने के बाद किसानों से लेकर दूध और सब्जी विक्रेताओं की परेशानी बढ़ गई है. जान जोखिम में डालकर लोग दूध देने के लिए बांका आने के लिए नदी के गहरे पानी से होकर गुजर रहे हैं. कमोबेश यही स्थिति सब्जी की खेती करने वाले किसानों की है. क्षेत्र में धान की रोपाई परवान है. किसानों को खेत जुताई के लिए डीजल के लिए भटकना पड़ रहा है.
जिला मुख्यालय से सटे ग्रामीण इलाकों के किसान खेत मे खाद डालने के लिए भटक रहे हैं क्योंकि बांका आने का रास्ता बंद है. नौकरी-पेशा लोग 25 से 30 किलोमीटर का चक्कर लगाकर बांका आने को विवश हैं. डायवर्सन बह जाने से व्यापारियों को भी नुकसान हो रहा है.
पुल निर्माण निगम (Bridge Construction Corporation) के अधिकारियों ने बताया कि जल्द से जल्द डायवर्सन को मरम्मत करने का काम जारी है. पानी अधिक रहने की वजह से थोड़ी समस्या है. पोकलेन लगाकर डायवर्सन बनाने का काम जारी है. सैकड़ों मजदूरों को काम पर लगाया गया है. अधिकारियों की टीम मौके पर डटी हुई है. जिले के वरीय अधिकारी भी लगातार मोनिटरिंग कर रहे हैं. चांदन नदी में पानी का बहाव कम हुआ तो दो दिनों के अंदर डायवर्सन लोगों की आवाजाही के लिए तैयार हो जाएगा. अभी क्षतिग्रस्त हिस्से को भी दुरुस्त करने का काम युद्धस्तर पर जारी है.