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बांका: बेहोशी की हालत में निजी क्लिनिक से मरीज के परिजनों को कंपाउंडर ने भगाया, मौत - बांका में निजी क्लीनिक

बांका में निजी क्लिनिक में इलाज कराने पहुंचा मरीज सीढ़ी पर बेहोश हो गया. जिसके बाद कंपाउंडर ने बेहोशी की हालत में उसे सदर अस्पताल भाग दिया. जहां उसकी मौत हो गई.

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सीढ़ी पर हुए बेहोश
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Published : Oct 18, 2020, 3:34 PM IST

बांका: नगर परिषद बांका के अलीगंज स्थित डॉ. बीएन मिश्रा के निजी क्लिनिक में डॉक्टर की लापरवाही की वजह से इलाज कराने पहुंचे एक अधेड़ की मौत सीढ़ी पर गिरकर हो गई. जानकारी के अनुसार मकदुम्मा के 54 वर्षीय चंद्रमोहन साह को शुक्रवार शाम सीने में दर्द हुआ. उनके परिजनों ने उन्हें गैस की दवा खिलाई.

सीढ़ी पर हुए बेहोश
आराम मिलने के बाद शनिवार को डॉ. बीएम मिश्रा के क्लिनिक पहुंचे. लंबे इंतजार के बाद डॉक्टर के आने पर इलाज के लिए जाने के क्रम में वह गिर कर बेहोश हो गए. इसी बीच कंपाउंडर मनोज कुमार ने मरीज को बेहोशी की हालत में ही सरकारी अस्पताल ले जाने को कहा. साथ आए पत्नी और पुत्र ने मरीज को लेकर सदर अस्पताल पहुंचे लेकिन वहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.

क्लीनिक में मरीज की मौत
मृतक के पुत्र मृत्युंजय कुमार ने बताया कि डॉ. बीएम मिश्रा के क्लिनिक में एक मरीज की मौत होती है तो उसका डॉक्टर पर असर नहीं होता है. क्लिनिक का सीढ़ी काफी तंग था. लंबे समय तक इंतजार करने के बाद डॉक्टर पहुंचे. कंपाउंडर से पिता को दिखाने के लिए आग्रह भी किया. लेकिन कंपाउंडर ने एक भी नहीं सुनी.

कंपाउंडर ने अस्पताल से भगाया
सीढ़ी से गिरने के बाद बेहोशी की अवस्था में डॉक्टर से दिखाने की गुहार लगता रहा. लेकिन कंपाउंडर ने सदर अस्पताल जाने के लिए विवश कर दिया. समय रहते अगर डॉक्टर देख लेते, तो उनकी पिता की जान बच सकती थी.

क्या कहते हैं डॉक्टर
डॉ. बीएन मिश्रा ने बताया कि क्लीनिक में मरीजों की संख्या काफी होती है. इस बीच सभी मरीज को देखना संभव नहीं है. अगर किसी मरीज की तबीयत बिगड़ती है तो, उसे सरकारी अस्पताल भेज दिया जाता है. हमारे यहां सभी प्रकार की सुविधाएं मौजूद नहीं है.

लेकिन मृतक के पुत्र ने आरोप लगाया है कि अगर उनके पिता को बेहोशी हालत में डॉ. बीएन मिश्रा देख लेते तो उनकी मौत नहीं होती. जैसे ही वह बेहोश हुए, उनके कंपाउंडर ने उन्हें तुरंत वहां से भगा दिया. यह भी नहीं मुनासिब समझा कि एक बार मरीज को जांच लें. उनकी बात बिल्कुल नहीं सुनी गई.

बांका: नगर परिषद बांका के अलीगंज स्थित डॉ. बीएन मिश्रा के निजी क्लिनिक में डॉक्टर की लापरवाही की वजह से इलाज कराने पहुंचे एक अधेड़ की मौत सीढ़ी पर गिरकर हो गई. जानकारी के अनुसार मकदुम्मा के 54 वर्षीय चंद्रमोहन साह को शुक्रवार शाम सीने में दर्द हुआ. उनके परिजनों ने उन्हें गैस की दवा खिलाई.

सीढ़ी पर हुए बेहोश
आराम मिलने के बाद शनिवार को डॉ. बीएम मिश्रा के क्लिनिक पहुंचे. लंबे इंतजार के बाद डॉक्टर के आने पर इलाज के लिए जाने के क्रम में वह गिर कर बेहोश हो गए. इसी बीच कंपाउंडर मनोज कुमार ने मरीज को बेहोशी की हालत में ही सरकारी अस्पताल ले जाने को कहा. साथ आए पत्नी और पुत्र ने मरीज को लेकर सदर अस्पताल पहुंचे लेकिन वहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.

क्लीनिक में मरीज की मौत
मृतक के पुत्र मृत्युंजय कुमार ने बताया कि डॉ. बीएम मिश्रा के क्लिनिक में एक मरीज की मौत होती है तो उसका डॉक्टर पर असर नहीं होता है. क्लिनिक का सीढ़ी काफी तंग था. लंबे समय तक इंतजार करने के बाद डॉक्टर पहुंचे. कंपाउंडर से पिता को दिखाने के लिए आग्रह भी किया. लेकिन कंपाउंडर ने एक भी नहीं सुनी.

कंपाउंडर ने अस्पताल से भगाया
सीढ़ी से गिरने के बाद बेहोशी की अवस्था में डॉक्टर से दिखाने की गुहार लगता रहा. लेकिन कंपाउंडर ने सदर अस्पताल जाने के लिए विवश कर दिया. समय रहते अगर डॉक्टर देख लेते, तो उनकी पिता की जान बच सकती थी.

क्या कहते हैं डॉक्टर
डॉ. बीएन मिश्रा ने बताया कि क्लीनिक में मरीजों की संख्या काफी होती है. इस बीच सभी मरीज को देखना संभव नहीं है. अगर किसी मरीज की तबीयत बिगड़ती है तो, उसे सरकारी अस्पताल भेज दिया जाता है. हमारे यहां सभी प्रकार की सुविधाएं मौजूद नहीं है.

लेकिन मृतक के पुत्र ने आरोप लगाया है कि अगर उनके पिता को बेहोशी हालत में डॉ. बीएन मिश्रा देख लेते तो उनकी मौत नहीं होती. जैसे ही वह बेहोश हुए, उनके कंपाउंडर ने उन्हें तुरंत वहां से भगा दिया. यह भी नहीं मुनासिब समझा कि एक बार मरीज को जांच लें. उनकी बात बिल्कुल नहीं सुनी गई.

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