बांका: विधानसभा चुनाव में जिले की 5 सीटों पर प्रत्याशियों के टिकट को लेकर चल रही अटकलों का दौर समाप्त हो गया है. एनडीए और महागठबंधन दोनों ने अपने-अपने कोटे की सीटों के लिए उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है. जदयू ने अमरपुर, धोरैया और बेलहर के लिए अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं. वहीं भाजपा ने बांका और कटोरिया के लिए प्रत्याशी घोषित कर दिया. राजद ने कटोरिया, बांका, धोरैया और बेलहर से अपना उम्मीदवार खड़ा किया है. जबकि अमरपुर विधानसभा सीट कांग्रेस के खाते में गई है.
एनडीए और महागठबंधन की ओर से प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी गई है. एनडीए के घटक दल बीजेपी ने पुराने चेहरों पर ही भरोसा दिखाया है. जबकि जदयू ने अमरपुर और बेलहर में अपने प्रत्याशी को बदल दिया है. वहीं राजद ने बेलहर और कटोरिया से पुराने और बांका और धोरैया से नए प्रत्याशी को चुनावी मैदान में उतारा है.
बांका विधानसभा में भाजपा और राजद के बीच मुकाबला
बीजेपी ने बांका विधानसभा क्षेत्र से पांच बार विधायक और वर्तमान में बिहार के राजस्व मंत्री रामनारायण मंडल पर भरोसा कायम रखा है. जबकि राजद ने इस बार उम्मीदवार को बदल दिया है. जदयू से राजद का दामन थामने वाले पूर्व पर्यटन मंत्री डॉ. जावेद इकबाल अंसारी को उतारा है. डॉ. जावेद इकबाल अंसारी और रामनारायण मंडल के बीच यह पांचवां मुकाबला होगा. जिसमें तीन बार डॉ.जावेद इकबाल अंसारी ने बाजी मारी है. अनुसूचित जनजाति के लिए सुरक्षित कटोरिया विधानसभा की बात की जाए तो भाजपा ने पूर्व प्रत्याशी को ही मैदान में उतारा है. राज्य महिला आयोग के सदस्य सह भाजपा नेत्री निक्की हेम्ब्रम और राजद की स्वीटी सीमा हेम्ब्रम के बीच मुकाबला होगा. 2010 में हुए चुनाव में स्वीटी सीमा हेंब्रम ने निक्की हेंब्रम को 10 हजार 337 वोट से हराया था.
अमरपुर में युवा चेहरों को मिला मौका
अमरपुर विधानसभा क्षेत्र में जदयू ने इस बार युवा चेहरा को मौका दिया है. वर्तमान विधायक जनार्दन मांझी के पुत्र जयंत कुशवाहा को इस बार जदयू ने टिकट दिया है. जयंत कुशवाहा का सीधा मुकाबला कांग्रेस के जितेंद्र सिंह से होगी. 2010 के हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा की ओर से मृणाल शेखर चुनाव लड़े थे. मृणाल शेखर जनार्दन मोहन से 11 हजार से अधिक वोट से हार गए थे. एनडीए में इस बार साथ रहने की वजह से यह सीट जदयू कोटे में चला गई. धोरैया विधानसभा क्षेत्र से एक बार फिर मनीष कुमार पर ही भरोसा जताया गया है. मनीष कुमार पिछले तीन टर्म से लगातार धोरैया सुरक्षित सीट से विधायक रहे हैं. हाल ही में रालोसपा के प्रदेश अध्यक्ष रहे भूदेव चौधरी ने राजद का दामन थाम लिया. उन पर भरोसा जताते हुए धोरैया से मनीष कुमार के खिलाफ मैदान में उतारा है. जबकि भूदेव चौधरी भी तीन बार धोरैया के विधायक रह चुके हैं.
बेलहर से एमएलसी मनोज यादव को मिला मौका
बेलहर विधानसभा क्षेत्र से जदयू ने इस बार प्रत्याशी बदल दिया है. 2019 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान बेलहर विधायक गिरधारी यादव सांसद के तौर पर बांका लोकसभा क्षेत्र से चुने गए थे. सीट खाली होने के बाद बेलहर में उपचुनाव हुआ था. जिसमें गिरधारी यादव के भाई लालधारी यादव जदयू की ओर से खड़े हुए थे. राजद ने रामदेव यादव को मैदान में उतारा था. उपचुनाव में रामदेव यादव ने लालधारी यादव 19 हजार से अधिक वोट से हरा दिया था. इस बार जदयू ने एमएलसी मनोज यादव को राजद के रामदेव यादव के खिलाफ मैदान में उतारा है. ऐसे में सभी सीटों पर मुकाबला दिलचस्प होने वाला है.