बांका: कोरोना वायरस के कारण हुए लॉकडाउन ने गरीबों की परेशानी काफी बढ़ा दी है. लोग भुखमरी की कगार पर हैं. ऐसे में देश के सामने कई दर्दनाक और संवेदनशील तस्वीरें आ रही हैं. ताजा मामला बांका का है. जहां बच्चों का पेट पालने में असमर्थ मांं ने अपनी जुड़वां नवजातों को कामवाली को देने का फैसला किया.
ग्रामीणों ने इसकी सूचना बांका चाइल्ड हेल्पलाइन सेंटर को दी. जिसके बाद डायरेक्टर चिरंजीवी कुमार के निर्देश पर एक टीम ने गांव आकर उस मां और उनके परिवार को काफी समझाया. मुक्ति निकेतन कटोरिया की टीम ने बच्चों के पालन के लिए 2500 रुपये की आर्थिक मदद की. साथ ही राहत सामग्री भी दी गई. तब जाकर महिला अपने बच्चों को पास रखने के लिए तैयार हुई.
चांदन थाना का है मामला
मामला चांदन थाना अंतर्गत आनंदपुर ओपी के पूर्वी कटसकरा पंचायत गौरा के मांझीडीह गांव का है. जहां के निवासी सचिन यादव की पत्नी यशोदा देवी ने एक साथ जुड़वां बच्चियों को जन्म दिया. उनकी पहले से ही 3 बच्चे हैं. गरीबी के कारण महिला ने अपनी दोनों नवजात को दाई को दे दिया. जिसकी जानकारी लोगों ने बांका चाइल्ड हेल्पलाइन को दी.
सूचना मिलते ही पहुंची टीम
बांका चाइल्ड हेल्पलाइन डायरेक्टर चिरंजीवी कुमार ने निर्देश पर एक टीम में विजय कुमार, नितेश कुमार और सुलता कुमारी गांव पहुंचे और महिला को घंटों समझाया. उन्होंने परिवार को कहा कि उनकी टीम बराबर बच्चियों को देखने उनके गांव आएगी. उन्होंने ये आश्वासन भी दिया कि उनकी हर संभव मदद की जाएगी.