बांका : कोरोना वायरस के प्रभाव से आम लोगों को बचाने के लिए पूरे देश को लॉकडाउन कर दिया गया है. जिसकी वजह से व्यापार तो पहले ही प्रभावित हो रहा था, अब दूध की बिक्री भी प्रभावित होने लगी है. जिले में रोजाना जहां 6 हजार लीटर पैकेज्ड दूध की बिक्री होती थी. वह अब सिमटकर 4 हजार लीटर रह गया है. दूध की बिक्री में दो हजार लीटर की कमी आई है, जो कि सुधा डेयरी के लिए चिंता का विषय है.
ग्रामीण क्षेत्रों से आ रहा है अधिक दूध
सुधा डेयरी के साइट इंचार्ज रवि कांत शास्त्री की माने तो लॉकडाउन का असर साफ तौर पर दूध की बिक्री पर देखने को मिल रहा है. हालांकि, ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले दूध की मात्रा में इजाफा हुआ है. लेकिन बिक्री प्रभावित होने की वजह से रोजाना मॉनिटरिंग करना पड़ रहा है. बांका में ग्रामीण क्षेत्रों से अनप्रोसैस्ड दूध आता है. दूध को प्रोसेसिंग के लिए भागलपुर भेजा जाता है. आलम यह है कि अब डिमांड के अनुसार ही दूध मंगाना पड़ रहा है, उसमें भी दूध बच जा रहा है. उसे वापस भागलपुर भेजना पड़ रहा है.
सुधा के अन्य उत्पादों की बिक्री में भी आई है कमी
साइट इंचार्ज रवि कांत शास्त्री ने बताया कि लॉकडाउन की वजह से लोग अपने घरों से कम निकल रहे हैं. इसलिए सुधा दूध के साथ-साथ इसके अन्य उत्पाद की बिक्री पर भी इसका असर पड़ा है. सुधा डेयरी लोगों के लिए दूध के साथ-साथ घी, रसगुल्ला, पनीर सहित अन्य खाद्य पदार्थ अपने आउटलेट्स के माध्यम से बिक्री करता हैं. सभी उत्पाद की बिक्री में भारी गिरावट देखी जा रही है, जो कि चिंता का विषय बना हुआ है.