बांका: जिले की लाइफलाइन चांदन पुल का एक बड़ा हिस्सा शनिवार को ध्वस्त हो गया. इससे लोगों की आवाजाही में समस्या उत्पन्न हो गई है. इस पुल की अहमियत का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि ये भागलपुर सहित उत्तर बिहार और झारखंड के विभिन्न जिलों को जोड़ती थी. छोटे वाहनों के परिचालन से लेकर लोगों का पुल पर पैदल चलना भी बंद कर दिया गया है. पुलिस की मौजूदगी में पुल के दोनों छोर की बैरीकेडिंग कर दी गई है. आवाजाही पर पूरी तरह रोक लगाने के लिए पुलिस जवानों की तैनाती कर दी गई है.
12 जनवरी को पुल के 6 पाए हो गए थे क्रैक
इससे पहले 12 जनवरी को चांदन पुल के 6 पाए क्रैक कर गए थे, जिसके बाद से भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई थी. पुल के क्षतिग्रस्त हिस्से को सीमेंटेड पिलर से घेर दिया गया था. यह पुल एनएच 333ए के अधीन आता है. पटना से आई टीम ने पुल का निरीक्षण भी किया था और सरकार को रिपोर्ट सौंप दी थी. हालांकि नए सिरे से पुल बनाने की कोई ठोस पहल अब तक नहीं हो सकी है.
कर दी जाएगी पुल की बैरिकेडिंग
संवेदक प्रमोद सिन्हा ने बताया कि एनएच के कार्यपालक अभियंता राजकुमार सिंह ने पुल के दोनों छोर को सीमेंटेड पाया से बैरिकेड करने का निर्देश दिया है. उसी के साथ बैरिकेडिंग का काम शुरू कर दिया गया है. पुल के नीचे का स्लैब पूरी तरह से धंस चुका है. लोगों के पैदल चलने पर भी रोक लगा दी गई है.