बांका: बिहार के बाहर फंसे छात्र, छात्रा सहित मजदूर और अन्य को ट्रेन द्वारा अपने जिला तक आने की खबर के बाद बांका जिला प्रशासन की नींद हराम हो गई है. इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से सभी प्रखंडों में विशेष आइसोलेशन सेंटर बनाने का काम शुरू कर दिया गया है.
इस आइसोलेशन सेंटर में हर आने वाले को चिकित्सा जांच के बाद 14 दिनों तक रहना होगा. फिर जांच रिपोर्ट में अगर कोई संदेही व्यक्ति पकड़ा जाता है, तो उसे स्वास्थ्य विभाग की ओर से बनाए गए आइसोलेशन सेंटर में रखा जाएगा. इस सारी व्यवस्था के बारे में विस्तृत जानकारी लेने के लिए बांका से उप विकास आयुक्त रवि प्रकाश ने शनिवार को चांदन प्रखंड का निरीक्षण किया.
उप विकास आयुक्त ने किया निरीक्षण
वहीं, चांदन बीडीओ दुर्गाशंकर ने बताया कि आइसोलेशन सेंटर दो प्रकार से बनाया गया है. एक में वैसे व्यक्ति रहेंगे, जिसके जांच में सभी बिंदु सामान्य मिलेगा. वहीं, दूसरे में किसी प्रकार का सन्देह पाए जाने वाले व्यक्ति को स्वास्थ्य विभाग के आइसोलेशन सेंटर कन्या प्रोजेक्ट विद्यालय में रखा जाएगा.
14 दिनों तक सभी को रखा जाएगा आइसोलेशन सेंटर में
वहीं, उन्होंने बताया कि सामान्य के लिए तत्काल सिलजोरी पंचायत के दीप नारायण मेमोरियल टीचर ट्रेनिंग कॉलेज के अलावा कोरिया पंचायत के कांवरिया पथ स्थित वैदेही धर्मशाला और आनंद धाम आश्रम का चयन किया गया है. जिसमें आने वाले के लिए सारी सुविधा उपलब्ध कराने का काम शुरू कर दिया गया है.
कई अधिकारी रहे मौजूद
बीडीओ ने कहा कि इसके अतिरिक्त भी अगर आवश्यकता पड़ी तो कांवरिया पथ के सरकारी और निजी धर्मशाला को भी आइसोलेशन सेंटर बना लिया जाएगा. पदाधिकारियों के साथ चांदन बीडीओ दुर्गा शंकर, प्रमुख रवीश कुमार, पीओ सुरेश पासवान, डीपीआरओ हरिमोहन कुमार सहित कई कर्मचारी भी उपस्थित थे.