बांका: बिहार में शराबबंदी बस कहने भर के लिए रह गई है, क्योंकि हर दिन कोई ना कोई शराब तस्करी करता हुआ पकड़ा जाता है. सूबे में शराब तस्करी रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है. ताजा मामला बांका के अमरपुर शहर से सामने आ रहा है. जहां शहर के वार्ड संख्या सात अवैध शराब तस्करों का ट्रांजिट सेंटर बना हुआ है. इसकी पुष्टि मंगलवार को वार्ड संख्या सात में प्रमोद वन बिहारी ठाकुरबाड़ी के चाहरदीवारी के सटे शराब के खाली पड़ी बोतल ने कर दी है. ठाकुरबाड़ी के चारदीवारी के सटे कचरे के ढेर में शराब की खाली बोतल पड़े रहने की सूचना पर वार्ड पार्षद पंकज दास मौके पर पहुंचे और सफाई कर्मी से सभी बोतल को एकत्रित कराया. जहां एक सौ से अधिक विभिन्न ब्रांड के अंग्रेजी शराब की खाली बोतल थी.
पूरे शहर में शराब का नेटवर्क स्थापित: वार्ड संख्या सात के कई लोगों ने नाम नहीं छापने के शर्त पर बताया कि इसी वार्ड के शराब तस्कर ने पूरे शहर में नेटवर्क स्थापित कर रखा है. नेटवर्क इतना सक्रिय है कि पुलिस के कारवाई के पूर्व सूचना हो जाता है. उक्त शराब तस्कर के एक रिश्तेदार जो इसी वार्ड में है, पुलिस के छापामारी में भारी मात्रा में शराब जब्त किया गया था. जिसपर उक्त घर को पुलिस ने सील कर दिया था. लेकिन कुछ दिन के बाद ही सील को तोड़ दिया गया. लगभग एक वर्ष पूर्व ही वार्ड संख्या सात में ही उक्त तस्कर के बोलेरो से पुलिस ने भारी मात्रा में शराब जब्त की थी. दो माह पूर्व ही उक्त शराब तस्कर के बाइक से उत्पाद विभाग के टीम ने शराब जब्त की.
शराब तस्करों के खिलाफ मामला दर्ज: वहीं, तीन वर्ष पूर्व तत्कालीन थानाध्यक्ष राजकपूर कुशवाहा ने शहर के साई मिशन स्कूल के समीप से शराब की बोतल के साथ गिरफ्तार किया था. बताया जा रहा कि उक्त शराब तस्कर के खिलाफ शराब तस्करी मामले में बौंसी थाना में भी केस दर्ज है. अवैध शराब तस्करी में अकूत संपत्ति भी अर्जित कर लिया है, जो शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है.
"वार्ड संख्या 7 शराब तस्कर के लिए सुरक्षित बना हुआ है. शाम होते ही वार्ड संख्या सात की सड़क चलता फिरता बीयर बार हो जाता है. ठाकुरबाड़ी के चारदीवारी के समीप लगभग एक सौ शराब की बोतले पड़ी मिली, जिसे सफाई कर्मी से बुलाकर हटवा दिया गया है." - पंकज दास, वार्ड पार्षद.
इसे भी पढ़े- पत्नी को मोबाइल किया गिफ्ट, एक हफ्ते बाद प्रेमी संग भाग निकली तीन बच्चों मां, पति का नंबर किया ब्लॉक