बांका: कोरोना वायरस का असर पर्यटन क्षेत्र में देखने को मिल रहा है. पूर्वी बिहार के प्रमुख पर्यटन केंद्र में से एक जिले के बौंसी स्थित मंदार हिल पर भी कोरोना का इफेक्ट दिखने लगा है. अमूनन पर्यटकों से गुलजार रहने वाले इस स्थान पर गिने-चुने पर्यटक नजर आ रहें है. वहीं, श्रद्धालुओं से हमेशा भरा रहने वाला लक्ष्मी नारायण मंदिर भी खाली-खाली नजर आ रहा है. इसको लेकर स्थानीय लोगों का कहना है कि जिले का पर्यटन केंद्र कहे जाने वाले मंदार हिल और पापहरणी सरोवर में बोटिंग का आनंद लेने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटन एकत्रित होते थे. लेकिन कोरोना के दहशत से पर्यटन क्षेत्र लगभग तबाह हो चुका है. इसका असर स्थानीय लोगों के आजीविका पर भी देखने को मिल रहा है. जहां पहले स्थानीय दुकानदार अपने काम में मशगूल रहते थे, वे आज सैलानियों का इंतजार कर रहे हैं.
'व्यापारियों के लिए महामारी साबित होगा को कोरोना'
इस मामले पर बोलते हुए दिल्ली से आए पर्यटक डॉ. अंशुल जैन ने बताया कि मंदार में पर्यटकों की जो चहल-पहल दिखती थी. वह कोरोना वायरस के कारण वह गायब है. मंदार सिर्फ पर्यटन का ही क्षेत्र नहीं है यह जैनियों का बड़ा तीर्थ क्षेत्र है. यह जैन धर्म के 12वें तीर्थंकर भगवान वासु पूज्य का निर्वाण क्षेत्र है. पूरा स्थल पूजनीय है. इतना शुद्ध है कि यहां किसी भी महामारी का आशंका नहीं है. उन्होंनें कहा कि कोरोना वायरस लोगों के लिए नहीं, बल्कि व्यापारियों के लिए महामारी साबित होगा. साल 2020 व्यापार और टूरिज्म की दृष्टि से काफी डाउन रहने वाला है. विश्व में आर्थिक मंदी लाने में कोरोना का बड़ा योगदान रहेगा.
'कोरोना को लेकर कई अफवाहें'
वहीं, दिल्ली से आए पर्यटक नितिन जैन ने बताया कि चीन के वुहान शहर से फैला यह वायरस ने आज पूरे विश्व को अपने जद में ले लिया है. इस वायरस के कारण हजारों लोगों की मौत हो चुकी है. अगर इस वायरस को भारत में नियंत्रित कर लिया गया तो, इससे भारत का नाम विश्व पटल पर एकबार फिर से चमक उठेगा. उन्होंने कहा कि इस वायरस को लेकर कई अफवाहें भी है. इसलिए लोग अपना और अपने परिवार का बेहतर तरीके से ध्यान रखें. इस वायरस को साफ-सफाई से हराया जा सकता है.