बांका: रजौन प्रखंड मुख्यालय स्थित एक सामुदायिक भवन का दो बार उद्घाटन को लेकर वर्तमान और पूर्व विधायक आमने-सामने आ गए हैं. वर्तमान विधायक का कहना है उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि इस भवन का पहले भी उद्घाटन हो चुका है.
एक ही भवन का दो बार उद्घाटन
3 सिंतबर 2019 को तत्कालीन जदयू विधायक मनीष कुमार ने मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास योजना के तहत रजौन में पटेल भवन का उद्घाटन किया था. जिसे 31 अक्टूबर 2020 को सरदार पटेल की जयंती पर आम लोगों के लिए खोल दिया जाना था. लेकिन आचार संहिता की वजह से स्थानीय प्रशासन को चाबी सौंप दी गई थी. वहीं, नई सरकार के गठन के बाद वर्तमान राजद विधायक भूदेव चौधरी ने इसी भवन को डॉ आंबेडकर सामुदायिक भवन लिखवाकर उद्घाटन कर दिया. इसी को लेकर दोनों नेता आमने सामने आ गए हैं.
पूर्व विधायक ने सचिव और डीएम को लिखा पत्र
उद्घाटन की भनक जदयू कार्यकर्ताओं को लगी तो इसका विरोध करना शुरू कर दिया और इसकी जानकारी पूर्व विधायक मनीष कुमार को दी. तब स्थानीय प्रशासन भी हरकत में आ गईय इस बावत पूर्व विधायक मनीष कुमार ने बिहार के योजना एवं विकास विभाग के सचिव और बांका डीएम को पत्र लिखकर आपत्ति जाहिर की है. मनीष कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री क्षेत्रीय विकास योजना के द्वारा सामुदायिक भवन बनाकर पटेल सेवा संघ को सौंपा गया था. लेकिन दुख इस बात का है कि राजद के वर्तमान क्षेत्रीय विधायक ने जबरन इस भवन पर कब्जा कर नया नामकरण कर उद्धाटन किया है. सिलापट के ऊपर जबरन अपना नाम लिख देना गलत है. पूर्व विधायक ने इसकी जांच करा कर इसे निजी कब्जे से मुक्त कराने की मांग की है.
आरजेडी MLA ने दी सफाई
राजद के कार्यकर्ताओं की मानें तो इस भवन का उपयोग पूर्व विधायक अपने निजी कार्य के लिए करते थे. अब भवन जनता के लिए सार्वजनिक कर दिया गया है. धोरैया के वर्तमान विधायक भूदेव चौधरी ने बताया कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि सामुदायिक भवन का उद्घाटन पहले भी हो चुका है. सामुदायिक भवन बनकर तैयार था इसलिए डॉ. अम्बेडकर सामुदायिक भवन नामकरण कर इसका उद्घाटन करते हुए जनता को सौंपा गया है. हालांकि इस घटनाक्रम को लेकर स्थानीय से लेकर जिला प्रशासन कुछ भी बताने से परहेज कर रही है.