बांका: जिले के अमरपुर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत भदरिया गांव के समीप चांदन नदी में मिले पुराने भवनों के अवशेषों का कांग्रेस नेता जितेन्द्र सिंह ने कार्यकर्ताओं के साथ अवलोकन किया. इस दौरान जितेन्द्र सिंह ने ग्रामीणों से अवशेष के संबंध में विस्तार से जानकारी ली. वहीं उन्होंने जिले को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित होने की बात कही है.
'कई इतिहासकारों ने भदरिया गांव को भगवान बुद्ध की परम शिष्या विशाखा की जन्म स्थली होने की संबंध में चर्चा की है. चांदन नदी में मिले अवशेषों ने इतिहासकारों के द्वारा उल्लेखित तथ्यों को सच साबित कर दिया. पुराने अवशेषों के मिलने से भदरिया गांव विश्व स्तर पर चर्चित हो गया है. यह गौरव की बात है. आने वाले समय में भदरिया गांव पर्यटक स्थल के रूप में विकसित होगा.'- जितेन्द्र सिंह, नेता, कांग्रेस
बालू माफियाओं का सक्रियता, चिंता का विषय
'मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आगमन भदरिया गांव में हुआ था. उस समय कुछ दिनों के लिए बालू माफियाओं की सक्रियता कम हो गई थी. लेकिन मुख्यमंत्री का जाने के बाद पुन: बालू माफिया सक्रिय हो गए हैं, जो काफी चिंतनीय विषय है. बालू उठाव के कारण किसानों के खेतों तक सिंचाई के लिए पानी नहीं पहुंच पाता है. बिहार सरकार से अविलंब बालू उठाव पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है, ताकि ससमय किसानों के खेतों तक सिंचाई के लिए पानी पहुंच सके.'- जितेन्द्र सिंह, नेता, कांग्रेस
चांदन नदी के धार को मोड़ने का काम हुआ शुरू
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश के बाद चांदन नदी के धार को परिवर्तित करने का काम शुरू कर दिया गया है. जेसीबी के माध्मय से नदी के धार को मोड़ने की कवायद तेज कर दी गई है. पुरातत्वविद ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया था कि जब तक नदी के धार को परिवर्तित नहीं किया जाएगा तब तक अवशेष स्थल की खुदाई करने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा. मुख्यमंत्री से निर्देश मिलने के बाद जिला प्रशासन ने अवशेष स्थल को सुखा रखने के लिए चांदन नदी के धार को परिवर्तित करने का काम शुरू करवा दिया है. ताकि बिहार विरासत विकास समिति की टीम अपना काम बेहतर तरीके से कर सके.