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RJD विधायक की सदस्यता रद्द कराने सुप्रीम कोर्ट पहुंचे JDU नेता, आपराधिक मामला छिपाने का आरोप

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Published : Jun 27, 2021, 5:11 PM IST

बांका (Banka) जिले के धोरैया विधानसभा (Dhoraya Assembly) सुरक्षित क्षेत्र के राजद विधायक भूदेव चौधरी (RJD MLA Bhudev Choudhary) का मामला अब हाईकोर्ट से सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. इससे वर्तमान विधायक की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं.

राजद विधायक भूदेव चौधरी
राजद विधायक भूदेव चौधरी

बांका: बिहार के धोरैया विधानसभा (Dhoraya Assembly) के वर्तमान राजद विधायक भूदेव चौधरी (RJD MLA Bhudev Choudhary) की सदस्यता रद्द करने को लेकर जदयू (JDU) के पूर्व विधायक मनीष कुमार ने सर्वोच्च न्यायालय (Supreme Court) में परिवाद दायर किया है. राजद विधायक पर चुनाव आयोग के समक्ष आपराधिक मामले छुपाने का आरोप लगा है. इसे लेकर विधायक की मुश्किलें बढ़ गई हैं.

ये भी पढ़ें- LIVE UPDATE: बिहार BJP कार्यसमिति की बैठक, जेपी नड्डा ने कार्यकर्ताओं को दिया ये टास्क

जानें पूरा मामला
बता दें कि राजद विधायक पर भागलपुर कोर्ट (Bhagalpur Court) में जबरन जमीन हड़पने का मामला विचाराधीन है. जमीन हड़पने से संबंधित मामला भागलपुर के मोजाहिदपुर थाने में केस संख्या 468/15 दर्ज है. इस पर जदयू के पूर्व विधायक मनीष कुमार ने देश के शीर्ष अदालत को बताया कि चुनाव जीतने के लिए भुदेव चौधरी ने अपनी आपराधिक छवि को छिपाया.

अगर मामला उजागर रहता तो चुनाव पर जातिगत वोट का असर पड़ सकता था. यह एक संगीन आरोप है. चुनाव आयोग का साफ निर्देश है कि प्रत्याशी को अपने खिलाफ आपराधिक मामलों की जानकारी आयोग को देना है. लेकिन धोरैया विधायक ने जानबूझकर चुनाव जीतने के मकसद से इस प्रकार की जानकारी छुपाई है.

उच्च न्यायालय में भी मामला हुआ है दर्ज
चुनाव जीतने के कुछ दिन बाद ही धोरैया विधानसभा क्षेत्र के जदयू नेता बमशंकर चौधरी ने पूर्व में राजद विधायक पर चुनाव में आपराधिक मामलों की जानकारी छुपाने को लेकर पटना उच्च न्यायालय में मामला दर्ज कराया था. इसकी सुनवाई कोविड-19 के कारण नहीं हो सकी है. वहीं, अब कोर्ट ने एक जुलाई तक जवाब देने को लेकर विधायक को नोटिस दिया है.

सर्वोच्च न्यायालय में 12 जुलाई को सुनवाई की तारीख मुकर्रर की गई है. इस मामले को लेकर धोरैया विधानसभा क्षेत्र में अचानक सियासी पारा बढ़ता नजर आ रहा है. जानकारों की मानें तो इस मामले में भूदेव चौधरी की सदस्यता भी जा सकती है.

patna
मनीष कुमार, पूर्व विधायक, जदयू

जमुई चुनाव में जानकारी दी गयी थी
वहीं, सवाल अब उठता है कि वर्तमान विधायक ने जमुई लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ते समय चुनाव आयोग को अपराधिक मामले की जानकारी दी थी. लेकिन किस मकसद से धोरैया विधानसभा चुनाव में छिपा लिया. यह मतदाताओं के लिए अभी तक पहेली बनी हुई है.

चार आपराधिक मामले को किया सार्वजनिक
राजद विधायक भूदेव चौधरी ने चुनाव के समय अपने चार आपराधिक मामलों को सार्वजनिक किया था. जबकि दो मामलों को छुपाया गया. एक मामला जबरन जमीन हड़पने और दूसरा रजौन में आचार संहिता उल्लंघन से संबंधित केस संख्या 121/2009 दर्ज को छुपाया गया है.

विधायक की सफाई
राजद विधायक भूदेव चौधरी ने बताया है कि लिपिकीय भूल की वजह से मामला सार्वजनिक नहीं हो पाया है. कोर्ट को जवाब दे दिया जाएगा.

ये भी पढ़ें- लालू के जन्मदिन पर RJD विधायक ने उड़ाई कोरोना गाइडलाइंस की धज्जियां, सामूहिक भोज का भी आयोजन

पूर्व विधायक का कथन
जदयू के पूर्व विधायक मनीष कुमार ने बताया कि सभी को पता है कि भागलपुर में जमीन कब्जा करने का मामला कई सालों से वर्तमान विधायक पर है. चुनाव परिणाम के बाद अपने चुनाव संबंधी कागजात निरीक्षण करने के दौरान सभी उम्मीदवारों का चुनावी हलफनामा देखा तो सबंधित केस नहीं पाकर उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया. अब कोर्ट के फैसले का इंतजार है.

बांका: बिहार के धोरैया विधानसभा (Dhoraya Assembly) के वर्तमान राजद विधायक भूदेव चौधरी (RJD MLA Bhudev Choudhary) की सदस्यता रद्द करने को लेकर जदयू (JDU) के पूर्व विधायक मनीष कुमार ने सर्वोच्च न्यायालय (Supreme Court) में परिवाद दायर किया है. राजद विधायक पर चुनाव आयोग के समक्ष आपराधिक मामले छुपाने का आरोप लगा है. इसे लेकर विधायक की मुश्किलें बढ़ गई हैं.

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जानें पूरा मामला
बता दें कि राजद विधायक पर भागलपुर कोर्ट (Bhagalpur Court) में जबरन जमीन हड़पने का मामला विचाराधीन है. जमीन हड़पने से संबंधित मामला भागलपुर के मोजाहिदपुर थाने में केस संख्या 468/15 दर्ज है. इस पर जदयू के पूर्व विधायक मनीष कुमार ने देश के शीर्ष अदालत को बताया कि चुनाव जीतने के लिए भुदेव चौधरी ने अपनी आपराधिक छवि को छिपाया.

अगर मामला उजागर रहता तो चुनाव पर जातिगत वोट का असर पड़ सकता था. यह एक संगीन आरोप है. चुनाव आयोग का साफ निर्देश है कि प्रत्याशी को अपने खिलाफ आपराधिक मामलों की जानकारी आयोग को देना है. लेकिन धोरैया विधायक ने जानबूझकर चुनाव जीतने के मकसद से इस प्रकार की जानकारी छुपाई है.

उच्च न्यायालय में भी मामला हुआ है दर्ज
चुनाव जीतने के कुछ दिन बाद ही धोरैया विधानसभा क्षेत्र के जदयू नेता बमशंकर चौधरी ने पूर्व में राजद विधायक पर चुनाव में आपराधिक मामलों की जानकारी छुपाने को लेकर पटना उच्च न्यायालय में मामला दर्ज कराया था. इसकी सुनवाई कोविड-19 के कारण नहीं हो सकी है. वहीं, अब कोर्ट ने एक जुलाई तक जवाब देने को लेकर विधायक को नोटिस दिया है.

सर्वोच्च न्यायालय में 12 जुलाई को सुनवाई की तारीख मुकर्रर की गई है. इस मामले को लेकर धोरैया विधानसभा क्षेत्र में अचानक सियासी पारा बढ़ता नजर आ रहा है. जानकारों की मानें तो इस मामले में भूदेव चौधरी की सदस्यता भी जा सकती है.

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मनीष कुमार, पूर्व विधायक, जदयू

जमुई चुनाव में जानकारी दी गयी थी
वहीं, सवाल अब उठता है कि वर्तमान विधायक ने जमुई लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ते समय चुनाव आयोग को अपराधिक मामले की जानकारी दी थी. लेकिन किस मकसद से धोरैया विधानसभा चुनाव में छिपा लिया. यह मतदाताओं के लिए अभी तक पहेली बनी हुई है.

चार आपराधिक मामले को किया सार्वजनिक
राजद विधायक भूदेव चौधरी ने चुनाव के समय अपने चार आपराधिक मामलों को सार्वजनिक किया था. जबकि दो मामलों को छुपाया गया. एक मामला जबरन जमीन हड़पने और दूसरा रजौन में आचार संहिता उल्लंघन से संबंधित केस संख्या 121/2009 दर्ज को छुपाया गया है.

विधायक की सफाई
राजद विधायक भूदेव चौधरी ने बताया है कि लिपिकीय भूल की वजह से मामला सार्वजनिक नहीं हो पाया है. कोर्ट को जवाब दे दिया जाएगा.

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पूर्व विधायक का कथन
जदयू के पूर्व विधायक मनीष कुमार ने बताया कि सभी को पता है कि भागलपुर में जमीन कब्जा करने का मामला कई सालों से वर्तमान विधायक पर है. चुनाव परिणाम के बाद अपने चुनाव संबंधी कागजात निरीक्षण करने के दौरान सभी उम्मीदवारों का चुनावी हलफनामा देखा तो सबंधित केस नहीं पाकर उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया. अब कोर्ट के फैसले का इंतजार है.

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