बांका: जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में सुमार बेलहर प्रखंड के सुदूरवर्ती और अति पिछड़ा गांव चिंगुलिया को बांका पुलिस द्वारा गोद लिया गया है. इस गांव के उत्थान के लिए समय-समय पर पुलिस अधिकारियों द्वारा सामाजिक कार्य किए जाते रहे हैं.
सामुदायिक पुलिसिंग योजना के तहत एसपी अरविंद कुमार गुप्ता ने ठंड के मद्देनजर 100 से अधिक जरूरतमंद लोगों को कंबल दिया साथ ही युवाओं को टॉर्च दिया गया. आदिवासी बाहुल्य इस गांव में अधिकारियों का स्वागत पारंपरिक आदिवासी नृत्य के साथ किया गया.
नक्सलियों की गिरफ्त में था इलाका
एसपी अरविंद कुमार गुप्ता ने बताया "सामुदायिक पुलिसिंग योजना के तहत चिंगुलिया गांव को गोद लिया गया है. एक दौर में यह इलाका पूरी तरह से नक्सलियों की गिरफ्त में था. इस इलाके से नक्सलियों का लगभग सफाया कर दिया गया है. इस गांव के जरूरतमंदों के बीच कंबल और टॉर्च का वितरण किया गया."
मौके पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए एसपी ने कहा "भटके हुए लोगों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए समय-समय पर सामुदायिक पुलिसिंग योजना के तहत विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन होता रहता है. जो लोग समाज से भटक चुके हैं वे मुख्यधारा से जुड़ें और बेहतर जिंदगी जिएं."
"चिंगुलिया गांव की बुनियादी सुविधाओं को सुदृढ़ किया जा रहा है. यह इलाका अत्यंत पिछड़ा था. पिछड़ेपन को दूर करने के लिए बच्चों को शिक्षित किया जा रहा है ताकि वे पढ़-लिखकर रोजगार पा सकें. गांव के लोगों को आजीविका का साधन मुहैया कराने का प्रयास किया जा रहा है. गांव को गोद लेने के बाद यहां के लोगों में आमूलचूल परिवर्तन आया है."- अरविंद कुमार गुप्ता, एसपी, बांका