बांका: बिहार के बांका में अस्तपाल में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब जिलाधिकारी अंशुल कुमार औचक निरीक्षण के लिए पहुंचे. वहां पहुंचकर देखा कि मरीजों का बेड बाहर लगा हुआ. यह देखते ही अस्पताल प्रबंधन की जमकर क्लास लगाई है. उन्होंने रोजाना ओपीडी में मरीज की संख्या 60 से 70 और आयुष्मान रजिस्टर में नाम कम देखकर इसमें सुधार करने का निर्देश दिया.
बांका डीएम ने अस्पताल का लिया जायजा: उन्होंने कहा कि प्रसव कक्ष में ऊपर छत से पानी गिरने को लेकर उसे जल्द से जल्द मरम्मत करने का आदेश मैनेजर को दिया. उन्होंने आयुष्मान कार्ड बनाने में तेजी लाने का निर्देश दिया. जितने भी लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं. उनका नाम रजिस्टर में नोट करें और जांच कर उनका आयुष्मान कार्ड बनावें.
अस्पताल के मेन्यू की ली जानकारी: उन्होंने अस्पताल में भर्ती मरीजों से मिले. उनसे खाना के बारे में पूछा गया तो मरीज ने बताया चाय, दूध, ब्रेड दिया जाता है जबकि मेन्यू में अंडा और फल नहीं मिलता है. इसपर भी मैनेजमेंट को फटकार लगायी. मरीजों के इलाज में कोताही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
प्रखंड-अंचल कार्यालय का भी लिया जायजा: अस्पताल के निरीक्षण के बाद उन्होंने प्रखंड एवं अंचल कार्यालय भी पहुंचे और आरटीपीएस में लाइट की व्यवस्था और रंगाई और लेखन का कार्य करने का निर्देश दिया. इसके अलावा सर्वे कार्यालय जाकर वहां पर कार्य कर रहे सभी कर्मचारियों से जानकारी ली.इस दौरान इस मौके पर बीडीओ राकेश कुमार,सीओ प्रशांत शांडिल्य, चिकित्सा प्रभारी एके सिंहा हेल्थ मैनेजर सहित सभी कर्मी उपस्थित थे.
बच्चों को मोबाइल से दूर रखें: बता दें कि इससे पूर्व झींगाझाल स्थित संत अल्फोंसा स्कूल के वार्षिकोत्सव कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्ज्वलित कर किया. वे विद्यालय के बच्चे और बच्चियों द्वारा बैंड बजाना और नृत्य को देखकर काफी खुशी जाहिर किया. उन्होंने उपस्थित गार्जियन से अनुरोध किया कि बच्चों को मोबाइल से दूर रखें और पढ़ाई के साथ-साथ खेल पर भी ध्यान दें. बच्चों को जिस चीज में ज्यादा रूचि हो पढ़ाई के साथ खेल में भी अपना भविष्य तलाश कर सकते हैं.
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