बांका: जिले में मानव श्रृंखला कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए सुबह से ही सभी वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दी गई थी. कार्यक्रम को लेकर जिला प्रशासन काफी सजग दिख रही थी.
4 घंटे तक बंद रहा परिचालन
शहर में कार्यक्रम को लेकर सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक वाहनों की आवाजाही बंद रही. शहर में आयोजन स्थल के आसपास मजिस्ट्रेट से लेकर पुलिस पदाधिकारियों सहित भारी संख्या में पुलिस जवानों की तैनाती की गई थी. जगह-जगह पर मेडिकल टीम के साथ एंबुलेंस और पेयजल के लिए टैंकर की सुविधा उपलब्ध कराई गई थी.
408 किमी लंबी बनाई गई मानव श्रृंखला
इस श्रृंखला को लेकर लोग सुबह से ही सड़कों पर आने लगे थे. जिले में 408 किलोमीटर की मानव श्रृंखला बनाई गई. इस दौरान लोगों ने जल-जीवन-हरियाली, बाल विवाह और शराब बंदी समेत कई सामाजिक कुरीतियों को समाप्त करने का संकल्प लिया.
रंग-बिरंगे कपड़े में नजर आए स्कूली बच्चे
इस कार्यक्रम में बच्चे खास वेशभूषा में नजर आए. बच्चों ने जल जीवन हरियाली अभियान के थीम पर आकर्षक वेशभूषा धारण किया था. जो आकर्षण का केंद्र बना रहा. मौके पर बिहार के राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामनारायण मंडल, एमएलसी मनोज यादव, डीएम कुंदन कुमार, एसपी अरविंद कुमार गुप्ता, डीडीसी रवि प्रकाश सहित राजनीतिक दल के नेताओं के साथ-साथ कार्यकर्ता भी शामिल हुए.
'अभियान को अन्य राज्य भी करेंगे अनुकरण'
राजस्व और भूमि सुधार मंत्री रामायण मंडल ने बताया कि पूरे राज्य के साथ-साथ बांका जिले के लाखों लोगों ने जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत मानव श्रृंखला में शामिल हुए. उन्होंने बताया कि जल के बिना हरियाली नहीं आ सकती है. इसलिए सरकार ने जल-जीवन-हरियाली अभियान को कारगर बनाने के लिए लोगों से बांध, पोखर, तालाब को अतिक्रमण मुक्त कराने की अपील की.
'संकटग्रस्त स्थित से गुजर रहा है पूरा विश्व'
डीएम कुंदन कुमार ने बताया कि आने वाली पीढ़ी के लिए सभी लोगों ने सकारात्मक सोच के साथ सड़कों पर उतरे. जलवायु परिवर्तन से पूरा विश्व और पृथ्वी संकटग्रस्त स्थिति से गुजर रहा है. ऐसे में बचाने का एकमात्र रास्ता जल-जीवन-हरियाली महाअभियान है. बिहार ज्ञान की धरती है. पूरे विश्व को बिहार ने बढ़-चढ़ कर अनुदान देने का काम किया है. जल-जीवन-हरियाली अभियान भी एक महान विभूति के रूप में पूरे विश्व में जाने वाली है.